लोकसभा चुनाव: राज्य में घूम रहे गद्दारों के दो मालिक, यहां तो चलेगा ठाकरे-पवार का सिक्का
- फडणवीस से मिले निंबालकर व कूल
- कांग्रेस में दो जिलाध्यक्षों का इस्तीफा
- माढ़ा लोकसभा सीट पर असंतोष
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव) को नकली बताने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पलटवार किया है। शुक्रवार को उद्धव ने पालघर जिले के बोईसर में पार्टी की उम्मीदवार भारती कामडी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में गद्दारों के दो मालिक घूम रहे हैं। वे शिवसेना (उद्धव) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद) नकली बताते हैं। लेकिन उनका महाराष्ट्र् से क्या संबंध है? वह तो बाहर के हैं। भूमि पुत्रों के अधिकारों के लिए जिस शिवसेना (संयुक्त) की शिवसेना प्रमुख ने स्थापना की थी, उसे वह नकली बताते हैं। उद्धव ने कहा कि उन्होंने हमारी पार्टी चुराई, झंडा चुराया और अब पिता को भी चुराने का काम कर रहे हैं। ठाकरे ने दावा किया कि महाराष्ट्र में मोदी का नहीं, उद्धव ठाकरे और शरद पवार का सिक्का चलेगा। एक वक्त था कि बालासाहेब के फोन पर दिल्ली कांपती थी, लेकिन अब दिल्ली के फोन पर यहां के (सीएम एकनाथ शिंदे) नेता कांपते हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो जितना बड़ा घोटाला करके आता है भाजपा में उसे उतना बड़ा सम्मान और स्थान मिलता है। अमोल कीर्तिकर पर कोविड खिचड़ी घोटाले का आरोप लगाकर ईडी उनके पीछे पड़ी है। जबकि कोरोना काल में पीएम केयर फंड में जमा हुए पैसा का हिसाब कौन देगा।
कांग्रेस में दो जिलाध्यक्षों का इस्तीफा
महाविकास आघाडी में सीटों के बंटवारे में धुलिया की सीट कांग्रेस के खाते में आई है। यहां से कांग्रेस ने डॉ. शोभा बच्छाव को टिकट दिया है। जिसको लेकर कांग्रेस के पदाधिकारियों में नाराजगी के सुर देखने को मिल रहे हैं। पार्टी पदाधिकारियों में नाराजगी का आलम इतना बढ़ गया है कि धुलिया और नाशिक के कांग्रेस जिलाध्यक्षों ने शोभा को दी गई उम्मीदवारी के विरोध में इस्तीफा दे दिया है। हातकणंगले सीट से चुनाव लड़ेंगे विधायक प्रकाश आवाडे हातकणंगले लोकसभा सीट से निर्दलीय विधायक प्रकाश आवाडे चुनाव लड़ेंगे। शुक्रवार को कोल्हापुर में आवाडे ने यह घोषणा की। आवाडे इचलकरंची सीट से निर्दलीय विधायक हैं। वे फिलहाल भाजपा को समर्थन दे रहे हैं। लेकिन उन्होंने अब हातकणंगले सीट से ताराराणी आघाडी की ओर से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इससे हातकणंगले सीट पर महायुति का चुनावी गणित बिगड़ सकता है। क्योंकि हातकणंगले सीट से शिवसेना (शिंदे) ने वर्तमान सांसद धैर्यशील माने को उम्मीदवारी दी है। दूसरी ओर शिवसेना (उद्धव) ने सत्यजीत पाटील को उम्मीदवारी दी है। जबकि स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के टिकट पर राजू शेट्टी भी मैदान में हैं। वंचित बहुजन आघाड़ी ने दादासाहेब पाटील को उम्मीदवारी दी है। आवाडे ने दावा किया कि मैं नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए लोकसभा चुनाव लड़ रहा हूं। चुनाव जीतने के बाद मैं मोदी को ही समर्थन दूंगा। मैं महायुति का ही हिस्सा हूं।
माढ़ा लोकसभा सीट पर असंतोष
लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर विविध क्षेत्रों में असंतोष देखा जा रहा है। माढ़ा लोकसभा सीट के लिए महायुति के नेताओं में असंतोष गहराता जा रहा है। शुक्रवार को भाजपा नेता व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नागपुर में थे। लिहाजा उनकी भेंट के लिए महायुति के नेताओं ने विशेष विमान से उड़ान भरी। रणजीत निंबालकर व राहुल कूल ने फडणवीस से निवेदन किया कि असंतोष को जल्द दूर किया जाए। माढ़ा में भाजपा ने रणजीत सिंह निंबालकर को उम्मीदवारी दी है। इससे धैर्यशील मोहिते पाटील नाराज हैं। मोहिते पाटील ने शरद पवार से भेंट कर राकांपा में प्रवेश लिया है। दावा किया जा रहा है कि मोहिते पाटील राकांपा के उम्मीदवार होंगे। धैर्यशील पाटील के चचेरे भाई रणजीत सिंह मोहिते पाटील भाजपा के विधान परिषद सदस्य हैं। फडणवीस ने मोहिते पाटील परिवार की बगावत टालने का प्रयास किया है, लेकिन धैर्यशील पाटील बगावत पर कायम हैं। रणजीत निंबालकर की उम्मीदवारी को महायुति के नेता रामराजे निंबालकर विरोध कर रहे हैं। ऐसे में रणजीत निंबालकर व राहुल कूल की फडणवीस से भेंट को काफी महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। राहुल कूल ने कहा है कि माढ़ा व बारामति लोकसभा क्षेत्र में महायुति में अधिक समन्वय के विषय पर फडणवीस से चर्चा की गई है। चुनाव में जो समस्याएं सामने आ रही हैं, उसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। माढ़ा व बारामति ही नहीं राज्य में महायुति के धर्म का पालन करने की आवश्यकता है।