जागरूकता:: देश में अंग प्रत्यारोपण के इंतजार में बड़ी संख्या में मरीज
- मुंबई में साल का 48वां अंगदान, 137 लोगों को मिली नई जिंदगी
- 2022 के मुकाबले इस वर्ष ज्यादा दानदाता सामने आए
डिजिटल डेस्क, मुंबई । अंगदान को लेकर चलाई जा रही जागरूकता मुहिम का सकारात्मक असर दिखाई देने लगा है। इस साल अब तक 2022 के मुकाबले ज्यादा अंगदान हो चुके हैं। महानगर में शुक्रवार (15 दिसंबर) को इस साल का 48वां अंगदान हुआ है। एक ब्रेनडेड व्यक्ति के लिवर और हड्डी के दान से दो लोगों को नई जिंदगी मिली है। कुल मिला कर 2023 में अंगदान से 137 लोगों को नई जिंदगी मिली है। पिछले वर्ष इसी अवधि में 47 ब्रेन डेड मरीजों के अंगदान से 124 लोगों को जिंदगी मिली थी।
ऑर्गन डोनेशन के लिए काम करने वाली संस्था जोनल ट्रांसप्लांटेशन को-ऑर्डिनेशन समिति (जेडटीसीसी) के अध्यक्ष डॉ. एसके माथुर ने बताया कि मुंबई में अंगदान को लेकर स्थिति सुधरी है। हालांकि आंकड़े कोविड की दस्तक से पहले के स्तर से कम हैं। लेकिन जिस तरह से लोग अंगदान के लिए आगे आ रहे हैं, उससे उम्मीद है कि जल्द ही कोविड के पहले के स्तर को पार कर लेंगे।
261 लोगों को फायदा : अस्पतालों में काम करने वाले को-ऑर्डिनेटर और अस्पताल के इंटेंसिव विभाग में काम करने वाले डॉक्टरों की भी अंगदान में अहम भूमिका रही है। वर्ष 2022 से अब तक 94 ब्रेन डेड मरीजों की 141 किडनी, 79 लिवर, 24 हृदय, पैंक्रियास 4, स्मॉल बाउल 1, 11 फेफड़े सहित त्वचा और आंख भी दान किए जा चुके हैं। अंग प्रत्यारोपण के इंतजार में बड़ी संख्या में मरीज हैं। दो साल के दौरान दान में मिले अंग प्रतीक्षा सूची में शामिल 261 लोगों को लगाए गए हैं। इन अंगों से उक्त मरीजों को जीवनदान मिला है।
अंगदान में महाराष्ट्र चौथे पायदान : अंगदान के मामले में महाराष्ट्र देश में चौथे पायदान पर है। अंगदान के मामले में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शीर्ष पर है। वर्ष 2022 में दिल्ली में 3,795 अंगदाताओं ने अपने अंगदान किए हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 1846, केरल में 1437 और महाराष्ट्र में 1327 अंगदाताओं ने अपने अंगदान किए हैं।
6 साल के दौरान मुंबई में अंगदान
वर्ष–------------------अंगदाता
2018--------------------47
2019 -------------------76
2020 -------------------30
2021 -------------------32
2022 ------------------47
2023 (15 दिसंबर तक)-----------48