निशाना: ठाकरे का मुख्यमंत्री शिंदे पर हमला, सरकार चलाने वाले हैं नालायक

  • अमर्यादित भाषा के लिए क्या ठाकरे पर होगी कार्रवाई: शंभुराज देसाई
  • किसानों के साथ खड़ी है राज्य सरकार: अजित पवार

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-28 16:17 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि सरकार चलाने वाले नालायक हैं। मंगलवार को मीडिया से बातचीत में ठाकरे ने कहा कि राज्य में बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है लेकिन मुख्यमंत्री तेलंगाना में दूसरी पार्टी का चुनाव प्रचार कर रहे हैं। राज्य में बढ़ते प्रदूषण पर ठाकरे ने सरकार को घेरते हुए कहा कि मुंबई में बहुत ज्यादा प्रदूषण हो गया है। राज्य सरकार ने कृत्रिम बारिश कराने का निर्णय लिया था लेकिन उनके पास सब कुछ कृत्रिम है। यही कारण है कि कृत्रिम बारिश नहीं हो सकी। सरकार को फौरन कैबिनेट बैठक बुलाकर किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेने का आदेश देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सवाल ये है कि राज्य में सरकार है या नहीं? मुख्यमंत्री शिंदे के लिए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किए जाने पर शिंदे गुट के नेता और आबकारी मंत्री शंभूराज देसाई ने ठाकरे पर निशाना साधते हुए सवाल पूछा है कि जिस तरह से नारायण राणे को उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी करने के लिए जेल भेज दिया था, क्या इस तरह की कार्रवाई उद्धव ठाकरे पर होगी?

ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे फाइव स्टार खेती कर रहे हैं। वो हेलीकॉप्टर से खेत में जाते हैं जबकि एक गरीब किसान पगडंडी से चलकर खेतों में जाता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार ही नहीं है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। किसानों की तरफ देखने वाला कोई नहीं है। ठाकरे ने कहा कि कुछ समय पहले राज्य में सूखे जैसे हालात हो गए थे लेकिन सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। अब जब बारिश ने किसानों को संकट में धकेल दिया है तो राज्य को चलाने वाला दूसरे राज्यों में चुनाव प्रचार करने चला जाता है। ठाकरे ने मुख्यमंत्री शिंदे पर अमर्यादित टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे नालायक को सरकार में रहने का कोई अधिकार नहीं है।

नुकसानग्रस्त इलाकों का करेंगे दौरा

उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने अपने पार्टी के दो नेताओं को तत्काल नुकसानग्रस्त इलाकों में भेजा है। जो किसानों के दुख दर्द को समझेंगे और बेमौसम बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेंगे। ठाकरे ने कहा कि वह भी बहुत जल्द राज्य के नुकसानग्रस्त इलाकों का दौरा करेंगे। कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा था कि अगर किसानों को सहायता नहीं मिली तो मैं दिवाली नहीं मनाऊंगा, लेकिन मैंने इसके बाद उन्हें नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि दिवाली में पटाखे की आवाज सुनाई दी लेकिन कृषि मंत्री की आवाज नहीं सुनाई दी है। किसानों को 20-20 रुपए के चेक दिए जा रहे हैं और उनका मजाक उड़ाया जा रहा है। बीमा कंपनी के कर्मचारियों को डंडा मारने की जरूरत है। उधर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को साथी मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की और नुकसानग्रस्त इलाकों में फसलों का पंचनामा करने का आदेश दिया गया है। अजित ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है।

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