मुंह के कैंसर से बचाव को टाटा अस्पताल ने तैयार किए मौखिक कैंसर वॉरियर्स

  • मुंह के कैंसर से बचाव
  • जिला अस्पतालों में मुफ्त में देंगे सेवाएं
  • टाटा अस्पताल ने तैयार किए मौखिक कैंसर वॉरियर्स

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-06 20:30 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान. टाटा मेमोरियल अस्पताल ने तंबाकू और तंबाकू उत्पादों के सेवन के कारण नागरिकों में होने वाले मौखिक कैंसर से निपटने के लिए नई पहल की है। इस पहल के तहत प्रदेश में ‘महाराष्ट्र मुख कैंसर योद्धा' बनाए हैं। ये योद्धा कोई और नहीं, बल्कि टाटा अस्पताल के पूर्व मेडिकल स्टूडेंट्स हैं। टाटा से कैंसर की पढ़ाई पूरी कर ये डॉक्टर योद्धा के रूप में अपने जिले के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर मुंह के कैंसर से पीड़ित मरीजों का इलाज मुफ्त करेंगे।

राज्य सरकार के साथ किया समझौता

राज्य में कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए और नागरिकों को उनके घर के पास ही इलाज मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए टाटा कैंसर अस्पताल द्वारा कई पहल की जा रही हैं। टाटा अस्पताल ने हाल ही में राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत राज्य के सभी जिलों में कैंसर का इलाज उपलब्ध कराने के लिए ‘एक ही स्थान पर सभी के लिए किफायती दरों पर कैंसर उपचार' परियोजना शुरू की गई है। साथ ही,टाटा अस्पताल ने मौखिक कैंसर के बारे में नागरिकों में जागरूकता पैदा करने, नागरिकों की जांच करने और समय पर इसका निदान करने और जिला स्तर पर मौखिक कैंसर सेवाओं को मजबूत करने के लिए ‘महाराष्ट्र मुख कैंसर योद्धा' पहल शुरू की है। ‘महाराष्ट्र मौखिक कैंसर वॉरियर' की अवधारणा कैंसर महामारी विज्ञान केंद्र के उप निदेशक व हेड एंड नेक कैंसर सर्जरी के प्रोफेसर और अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन ऑफ हेड एंड नेक ऑन्कोलॉजिक सोसायटी के निदेशक डॉ. पंकज चतुर्वेदी की है, जिसे राज्य के 34 जिले में फिलहाल लागू किया गया है।

65 डॉक्टर बने हैं योद्धा

वरिष्ठ योजना प्रबंधक डॉ. सुवर्णा गोरे ने बताया कि यह ऑन्कोलॉजिस्ट का एक स्वैच्छिक समूह है। टाटा अस्पताल से सुपर स्पेशियलिटी शिक्षा के साथ स्नातक करने वाले 65 डॉक्टरों का यह समूह है। इन डॉक्टरों को ‘महाराष्ट्र मौखिक कैंसर वॉरियर्स' के नाम से जाना जाएगा। ये डॉक्टर महीने में एक या दो बार उस जिले के प्रत्येक सरकारी जिला अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र का दौरा करेंगे। इस दौरे में वे अस्पताल में आने वाले मरीजों की जांच करेंगे। इसमें कैंसर के मरीज पाए जाने पर उनका इलाज मुफ्त में किया जाएगा। कीमोथेरेपी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और प्राथमिक सर्जरी भी उनके उपचार के अनुसार की जाएगी।

डेंटल सर्जन को भी देंगे ट्रेनिंग

डॉ. सुवर्णा गोरे, वरिष्ठ योजना प्रबंधक- टाटा मेमोरियल अस्पताल के मुताबिक वॉरियर्स सिर्फ इलाज ही नहीं करेंगे, बल्कि सरकारी अस्पतालों के डेंटल सर्जन को भी ट्रेनिंग देंगे। मरीज की बॉयोप्सी, सर्जरी, पोस्ट फॉलो-आप कैसे करना है, इन सबकी ट्रेनिंग देने का काम भी यह वॉरियर्स करेंगे, जिससे मरीजों के इलाज में कोई बाधा नहीं आए।


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