मुंबई: असमंजस में छात्र - दसवीं की परीक्षा में पूछे गए सबसे छोटे परमाणु को लेकर बवाल

  • दो जवाब से विद्यार्थी और छात्र असमंजस में
  • विधायक कपिल पाटील ने दोनों जवाब पर अंक देने के लिए शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र
  • दसवीं की परीक्षा में पूछा गया था सवाल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-20 15:42 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ‘सबसे छोटे आकार वाले परमाणु का नाम लिखिए’ महाराष्ट्र बोर्ड की दसवीं कक्षा के विज्ञान एक के प्रश्नपत्र में पूछे गए इस सवाल के जवाब को लेकर कई विद्यार्थी और अभिभावक परेशान हैं। दरअसल इसके जवाब को लेकर भ्रम है कुछ पाठ्यपुस्तक में इसका जवाब हीलियम है जबकि कुछ में हाईड्रोजन को सबसे छोटे आकार का परमाणु बताया गया है। बोर्ड के मुताबिक इसका सही जवाब हीलियम है इसलिए जिन विद्यार्थियों ने इसका जवाब हाइड्रोजन लिखा है उन्हें अंक गंवाना पड़ सकता है।

इस मामले में विधान परिषद सदस्य कपिल पाटील ने शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर और महाराष्ट्र बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिखकर मांग की है कि वैज्ञानिक दृष्टि से इस सवाल का सही जवाब हाईड्रोजन है इसलिए जिन विद्यार्थियों ने यह जवाब लिखा है उन्हें पूरे अंक दिए जाएं साथ ही जवाब हीलियम लिखने वाले विद्यार्थियों को भी पूरे नंबर दिए जाएं। पाटील ने कहा कि कुछ स्कूलों में विद्यार्थियों को हीलियम के सबसे छोटे परमाणु होने की बात पढ़ाई गई है जबकि कुछ को हाइड्रोजन के सबसे छोटे परमाणु होने की जानकारी दी गई है।

जवाब को लेकर संदेह है इसलिए दोनों जवाबों पर पूरे अंक दिए जाने चाहिए। टार्गेट पब्लिकेशन्स के प्रबंध निदेशक अगस्ती लावंड ने कहा कि नासा और एससीईआरटी की वेबसाइट पर हाइड्रोजन को सबसे छोटे आकार वाला परमाणु बताया गया है जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बिल्कुल सही है। हाइड्रोजन के परमाणु त्रिज्या का गणना मूल्य 53 पीएम है जबकि हीलियम का परमाणु त्रिज्या गणना मूल्य 31 पीएम है। लेकिन जब हम बाएं से दाएं जाते हैं तो परमाणु त्रिज्या कम होने की संभावना होती है।

इसके अलावा हाइड्रोडन द्विपरमाणुक जबकि हीलियम एक परमाणुक गैस है। ऐसे में परमाणु त्रिज्या की गणना के मुताबिक तुलना योग्य नहीं है। दोनों परमाणुओं की वैन डर वाल्स त्रिज्या की तुलना ज्यादा उचित है और हाइड्रोजन परमाणुओं की वैन डर वाल्स त्रिज्या 120 पीएम जबकि हीलियम की वैन डर वाल्स त्रिज्या 140 पीएम है। इसलिए जिन विद्यार्थियों ने जवाब हाइड्रोजन लिखा है उन्हें भी पूरे अंक दिए जाने चाहिए।


Tags:    

Similar News