40 साल बाद आईटीआई के विद्यार्थियों का बढ़ा स्टाइपेंड
- छात्रों को अब 40 रुपए के बजाय मिलेंगे 500 रुपए
- आईटीआई के विद्यार्थियों का बढ़ा स्टाइपेंड
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के शासकीय आईटीआई के विद्यार्थियों के स्टाइपेंड (विद्यावेतन) को प्रति महीने 40 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए करने का फैसला राज्य मंत्रिमंडल ने लिया है। इससे विद्यार्थियों को शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से हर महीने 500 रुपए स्टाइपेंड मिल सकेगा। राज्य सरकार ने आईटीआई के विद्यार्थियों का 40 साल बाद स्टाइपेंड बढ़ाया है। विद्यार्थियों को स्टाइपेंड महाडीबीटी पोर्टल के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। इसके लिए सरकार पर हर साल 75 करोड़ 69 लाख रुपए का आर्थिक भार पड़ेगा। इस फैसले का लाभ सरकारी आईटीआई के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, विमुक्त जाति व घुमंतु जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, विशेष पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े उन विद्यार्थियों को लाभ मिल सकेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय सीमा 8 लाख रुपए तक है। राज्य में साल 1983 से सरकारी आईटीआई के विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक व अन्य खर्च के लिए प्रति महीने 40 रुपए स्टाइपेंड लागू है। लेकिन इसके बाद पिछले 40 सालों से विद्यार्थियों के स्टाइपेंड में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। बढ़ती महंगाई दर और शैक्षणिक सामग्री के खर्च में वृद्धि के कारण स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग लगातार जनप्रतिनिधि और विद्यार्थी कर रहे थे। इसके मद्देनजर सरकार ने विद्यार्थियों के स्टाइपेंड को बढ़ाने का फैसला लिया है।