अभिषेक घोसालकर हत्याकांड: मामले में अब तक 42 लोगों का बयान दर्ज, साइबर सेल भी जांच में जुड़ी है
- हत्या का कारण अभी भी पहेली
- नफरत की बातें बोलता था मॉरिस
डिजिटल डेस्क, मुंबई. शिवसेना के पूर्व नगर सेवक अभिषेक घोसालकर हत्याकांड मामले में मुंबई पुलिस ने अब तक 42 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, इस मामले में मॉरिस का बॉडीगार्ड अमरेंद्र मिश्रा पुलिस हिरासत में है। पुलिस अभी तक यह गुत्थी नहीं सुलझा पाई है कि मॉरिस को आखिर हथियारबंद बॉडीगार्ड की आवश्यकता क्यों पड़ी। मॉरिस ने तीन महीने पहले अमरेंद्र को 35 हजार रुपए हर महीने के वेतन पर रखा था। पुलिस ने दोनों पक्षों से अब तक 42 लोगों का बयान दर्ज किया है। इस बीच अमरेंद्र मिश्रा की आज कोर्ट में पेशी होनी है। इस जांच में साइब सेल भी जुड़ गई है।
नफरत की बातें बोलता था मॉरिस
मॉरिस के परिजनों के बयान से यह बात निकल कर सामने आई है कि मॉरिस जेल जाने के बाद से ही अभिषेक से नफरत करने लगा था। कई बार सबक सीखाने की बात कही थी लेकिन जेल से छूटने के बाद उसका बदला हुआ व्यवहार देखकर सभी अचंभित थे। मॉरिस ने जनता में यह संदेश पहुंचा दिया था कि उसे अब अभिषेक से कोई नाराजगी नहीं है।
हम पर दु:खों का पहाड़
अभिषेक घोसालकर के पिता विनोद घोसालकर ने एक बयान जारी कर कहा कि हम पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस बीच बेबुनियाद आरोप लगाकर मुझे, मेरे बेटे और मेरे परिवार को बदनाम करने का घिनौना सिलसिला जारी है। ऐसे झूठे आरोप बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
साइबर सेल भी जांच में जुटी
इस प्रकरण की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच कर रही है। उसके साथ साइबर सेल भी सहयोग कर रही है, जो मोबाइल फोन और अन्य तकनीकी साक्ष्यों की तलाश कर रही है।