योजना: राज्य सरकार का डिब्बा वालों को तोहफा, अंजनगांव में बनाए जाएंगे 12 हजार घर
- ठाणे के देवे अंजनगांव में 46 एकड़ जमीन पर बनेंगे घर
- राज्य सरकार का डिब्बा वालों को तोहफा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मायानगरी की लाइफ लाइन कहे जाने वाले डिब्बा वालों के लिए राज्य सरकार ने गणेश उत्सव में एक बड़ा तोहफा दिया है। शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में सह्याद्री अतिथि गृह में मुंबई के डिब्बा वालों और चर्मकार संगठन एवं प्रियंका होम्स रियलिटी के बीच एक करार हुआ, जिसके तहत राज्य सरकार मुंबई से सटे ठाणे में डिब्बा वालों और चमड़े के कारीगरों को 12 हजार घरों का निर्माण किया जाएगा। यह सभी घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जाएंगे। राज्य सरकार ने ठाणे के देवे अंजनगांव में 46 एकड़ जमीन पर घर बनाए जाने को मंजूरी दे दी है।
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने डिब्बा वालों और चर्मकार संगठन के साथ समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर कहा कि भाजपा विधायक श्रीकांत भारतीय की पहल पर मुंबई के डिब्बा वालों का घर का सपना साकार होने जा रहा है। फडणवीस ने कहा कि मुंबई के डिब्बे वाले आज दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गए हैं और उन पर शोध चल रहा है। लेकिन उन्होंने इतनी ख्याति मिलने के बाद भी अपने सिद्धांतों को नहीं छोड़ा है। यही कारण है कि राज्य सरकार ने इन्हें इनके हक का घर देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि डिब्बा वालों के घरों की यह परियोजना तीन साल में पूरी हो जाएगी। इस योजना को म्हाडा के माध्यम से मंजूरी दी जाएगी।
राज्य सरकार द्वारा डिब्बा वालों की घर की परियोजना को मंजूरी देने पर मुंबई डिब्बा वाला एसोसिएशन ने उपमुख्यमंत्री फडणवीस का आभार जताते हुए कहा कि पिछले काफी समय से हम राज्य सरकार से अपने लोगों के लिए घर की मांग कर रहे थे। आखिरकार सरकार ने हमें यह तोहफा दिया है। सरकार ने प्रत्येक डिब्बा वाले के लिए 500 स्क्वायर फीट के मकान देने की घोषणा की है। हालांकि एसोसिएशन के लोगों ने घरों की कीमत कम करने की मांग की है।