खुलासा: राकांपा अजित गुट का सोशल मीडिया विंग खत्म, 15 लोगों का रोजगार छिना
- पार्टी ने इमेज बिल्डिंग का काम निजी कंपनी को दिया
- पार्टी ने कर्मचारियों को इसलिए हटाया
डिजिटल डेस्क, मुंबई सोमदत्त शर्मा। महाराष्ट्र में राज्य सरकार लगभग हर रोज कोई न कोई बड़ा करार बड़ी कंपनियों के साथ कर रही है। पिछले एक सप्ताह में राज्य में एक लाख करोड़ के निवेश होने के साथ 36 हजार लोगों को नौकरी देने की बात कही गई थी। एक ओर जहां राज्य में रोजगार के अवसर बनाए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर राज्य के वित्त मंत्री एवं राकांपा (अजित) पार्टी के दफ्तर से एक दर्जन से ज्यादा लोगों का रोजगार छिन गया है। दरअसल पार्टी ने सोशल मीडिया विंग को खत्म कर दिया गया है। यह फैसला उस समय हुआ है जब पार्टी ने नेताओं की इमेज बनाने के लिए एक निजी कंपनी 'डिजाइन बॉक्स' के साथ करार किया है। जिन 15 लोगों को पार्टी की सोशल मीडिया विंग से हटाया गया है, अब उन्हें दूसरी जगह रोजगार पाने के लिए भागदौड़ करनी पड़ रही है।
राकांपा (अजित) पार्टी के सोशल मीडिया विंग में काम करने वाले एक पूर्व कर्मचारी ने 'दैनिक भास्कर' को बताया कि जब राकांपा में फूट पड़ी थी तो वह शरद पवार का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ आ गए थे और वह पिछले एक साल से सोशल मीडिया विंग में पार्टी और नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल को देख रहे थे। लेकिन कुछ दिनों पहले ही पार्टी ने इमेज बिल्डिंग कंपनी के साथ पार्टी और नेताओं की इमेज सुधारने के लिए करार किया तो फिर पार्टी का तमाम सोशल मीडिया का काम यह कंपनी देखने लगी। जिसकी वजह से विंग में हमें कुछ काम नहीं मिल रहा था और आखिरकार पार्टी ने 31 जुलाई को हमें नौकरी से निकाल दिया।
पार्टी के एक दूसरे कर्मचारी ने बताया कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के कहने पर शरद पवार का साथ छोड़कर आए थे, लेकिन अब पार्टी ने हमें बीच मझधार में छोड़ दिया है। ऐसे में अब हम वापस शरद गुट के खेमे में भी नहीं जा सकते हैं। इस कर्मचारी ने यह भी बताया कि जिस कंपनी को पार्टी ने सोशल मीडिया की जिम्मेदारी दी है, वह मराठी भाषा में निपुण नहीं है। जिसकी वजह से अक्सर पार्टी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत खबरें प्रसारित हो जाती हैं। इसकी वजह से भी सोशल मीडिया पर पार्टी की किरकिरी हो रही है।
पार्टी ने कर्मचारियों को इसलिए हटाया
दरअसल एक महीना पहले अजित गुट ने इमेज बिल्डिंग कंपनी डिजाइन बॉक्स से करार किया था। जिसको पार्टी की इमेज और आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही पार्टी को किस तरह से जनता के बीच में जाना चाहिए, इसको लेकर भी रोडमैप यह कंपनी बनाती है। सोशल मीडिया पर किस तरह की खबरें और स्ट्रेटजी होनी चाहिए यह फैसला भी इसी कंपनी के पास है। इसलिए पार्टी के सोशल मीडिया विंग में कर्मचारियों के पास काम नहीं बचा, जिसकी वजह से 15 लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।