त्र्यंबकेश्वर मंदिर मामले की एसआईटी ने शुरु की जांच
- एसआईटी ने शुरु की जांच
- त्र्यंबकेश्वर मंदिर मामला
- कुछ लोगों ने 13 मई को मंदिर में किया था घुसने का प्रयास
डिजिटल डेस्क, मुंबई, प्रमुख संवाददाता। नासिक के प्रसिद्द त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरन घुसने के मामले में राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी जांच शुरु कर दी है। एसआईटी प्रमुख सुखविंदर सिंह अपनी जांच टीम के साथ शुक्रवार को त्र्यंबकेश्वर मंदिर पहुंचे और मंदिर के पुजारियों और ट्रस्टियों से पूछताछ की। इसके अलावा जांच टीम ने मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की भी जांच की है।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरन घुसने के मामले में पहले ही पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था जिसके बाद अब एसआईटी ने घटना की जांच शुरु कर दी है। एसआईटी प्रमुख सुखविंदर सिंह ने शुक्रवार को त्र्यंबकेश्वर मंदिर पहुंचकर सबसे पहले मंदिर के ट्रस्टियों से पूछताछ की। पूछताछ के बाद सुखविंदर सिंह ने कहा उनकी टीम ने मंदिर पहुंचकर इस मामले से जुड़े कुछ लोगों से पूछताछ की है। अगले कुछ दिनों में इस मामले से जुड़े दूसरे लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में मंदिर के सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए गए हैं ताकि घटना के बारे में सुबूत जुटाए जा सकें। सुखविंदर ने कहा कि इस घटना से पहले भी एक घटना हुई थी उसकी भी जांच एसआईटी कर रही है।
मामले पर हुई थी राजनीति
इस मामले पर राजनीति भी हुई। भाजपा ने जहां इस मामले को जोर शोर से उठाया था वहीं विपक्ष ने राज्य सरकार पर बेवजह इस मामले को तूल देने का आरोप लगाया था। कांग्रेस के पूर्व सांसद हुसैन दलवाई ने भी त्र्यंबकेश्वर मंदिर का दौरा किया था और कहा था कि इलाके के लोगों ने इस तरह की किसी भी घटना से इंकार किया था।
कुछ लोगों ने 13 मई को मंदिर में किया था घुसने का प्रयास
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में दूसरे धर्म के लोगों ने 13 मई को जबरन घुसने का प्रयास किया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंदिर परिसर में दूसरे धर्म के लोगों के घुसने के मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। फडणवीस ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था जिसने अब अपनी जांच शुरु की है।