एसआईटी गठित का ऐलान: दिशा सालियन मौत मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित, आदित्य ठाकरे की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
- शिवसेना (उद्धव) विधायक एवं पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं
- आदित्य ठाकरे की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
डिजिटल डेस्क, नागपुर, सोमदत्त शर्मा। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियन की मौत के मामले में शिवसेना (उद्धव) विधायक एवं पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूत्रों का कहना है कि राज्य सरकार ने सालियन की मौत के मामले में एक डीआईजी रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच समिति (एसआईटी) गठित करने का ऐलान किया है, जो इस मामले की जांच जल्द शुरू करेगी। दिशा सालियन मौत प्रकरण में भाजपा और शिवसेना (शिंदे) नेता पिछले काफी समय से इस मामले की एसआईटी से जांच कराने की मांग कर रहे थे। जिसको लेकर गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर के पिछले शीतकालीन सत्र में इस मामले में एसआईटी से जांच करने का ऐलान किया था। जिसके बाद अब राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है।
राज्य सरकार द्वारा गठित की गई एसआईटी पर मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने आदित्य पर निशाना साधते हुए कहा कि जब सरकार ने इस मामले में एसआईटी का गठन कर दिया है तो फिर आदित्य को इस जांच समिति के सामने खुद हाजिर होकर अपना बयान दर्ज करवाना चाहिए। शेलार ने कहा कि आदित्य को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि वह दिशा सालियन मामले में जांच एजेंसियों को सहयोग करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आदित्य द्वारा जांच समिति के सामने हाजिर रहने से लोगों के बीच फैल रहे भ्रम को दूर किया जा सकता है।
शिवसेना (उद्धव ) विधायक एवं प्रवक्ता सुनील प्रभु ने कहा कि शिंदे गुट शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे एवं विधायक आदित्य ठाकरे की लोकप्रियता पर प्रश्न चिन्ह लगाना चाहता है। यही कारण है कि वह आदित्य ठाकरे पर दिशा की मौत के मामले में संलिप्तता के आरोप लगा रहे हैं। प्रभु ने कहा कि सरकार द्वारा गठित की गई जांच कमेटी की जांच में आदित्य ठाकरे के खिलाफ कुछ निकलकर सामने नहीं आएगा।
शिवसेना (शिंदे) विधायक दिलीप लांडे ने कहा कि लगता है दिशा सालियन के मौत मामले में राज्य गृह मंत्रालय को आदित्य ठाकरे के खिलाफ कुछ सबूत हाथ लगे हैं। यही कारण है कि उन्होंने एक डीआईजी स्तर के अधिकारी की अगवाई में एक एसआईटी गठित करने का ऐलान किया है। जिससे इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
गौरतलब है कि दिशा सालियन की मौत 8 जून 2020 को उनके अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से गिरकर हो गई थी। मौत के तीन दिन बाद यानी 11 जून को दिशा का पोस्टमार्टम हुआ था। पोस्टमार्टम में हुई देरी पर सवाल उठाते हुए भाजपा और शिंदे गुट ने इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप की आशंका जताई थी। जिसके बाद इस मामले में गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की एसआईटी से जांच कराने का ऐलान किया था।