आरोप: श्रीकांत शिंदे के फाउंडेशन ने हेराफेरी कर 500 करोड़ इकट्ठा किए - संजय राऊत
- राज्य में चल रहा ‘चंदा दो, धंधा लो’
- प्रधानमंत्री को राऊत ने लिखा पत्र
- शिंदे के फाउंडेशन पर लगाया हेराफेरी का आरोप
डिजिटल डेस्क, मुंबई. शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद पुत्र श्रीकांत शिंदे पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। राऊत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर श्रीकांत शिंदे के फाउंडेशन के खिलाफ शिकायत की है। राऊत ने कहा कि श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन ने वित्तीय हेराफेरी कर 500 करोड़ रुपए इकट्ठा किए हैं। इस मामले की जांच किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन को किस वजह से पैसा मिल रहा है, इसका खुलासा होना जरूरी है। वहीं श्रीकांत ने राऊत पर पलटवार करते हुए कहा कि जो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की हवा खा चुके हैं, अब वही आरोप लगाने के लिए पत्र लिख रहे हैं।
राऊत ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखते हुए कहा कि आप देश में भ्रष्टाचार और काले धन के लेनदेन को खत्म करने के लिए पिछले 10 वर्ष से प्रयास कर रहे हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में भी आपने जनता से यही वादा किया है। लेकिन मैं आपका ध्यान महाराष्ट्र में काले धन को सफेद बनाने और सामाजिक कार्यों के नाम पर धन इकट्ठा करने का जो धंधा चल रहा है उसकी तरफ आकर्षित करना चाहता हूं।
महाराष्ट्र में एक नया खेल शुरू है ‘चंदा दो, धंधा लो’। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के युवराज ने मुख्यमंत्री कार्यालय में एक दफ्तर खोला हुआ है, जिसमें बिल्डर और ठेकेदारों से काम के बदले रकम ली जाती है। अभी तक करीब 500 करोड़ रुपए की रकम इसी तरह जमा की जा चुकी है। श्रीकांत शिंदे के फाउंडेशन की चैरिटी कमिश्नर से शिकायत की गई है लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
मानसिक संतुलन बिगड़ा
श्रीकांत शिंदे ने संजय राऊत पर पलटवार करते हुए कहा कि राऊत का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्हें उपचार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर होने के नाते मैं उन्हें सलाह देता हूं कि उन्हें अच्छे डॉक्टर से अपना इलाज कराना चाहिए। इलाज का खर्च मैं चिकित्सा कक्ष से दूंगा। श्रीकांत ने कहा कि राऊत खुद भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा चुके हैं। ऐसे में उनके द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई दम नहीं दिखता।