मंत्रिमंडल की बैठक: क्या राज्य की जमीन बेचकर आपको फंड दे दूं, साथी मंत्री पर भड़के अजित पवार
- राज्य मंत्रिमंडल की मंगलवार को बैठक हुई
- कई अहम फैसले लिए गए
- साथी मंत्री पर भड़के अजित पवार
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य मंत्रिमंडल की मंगलवार को बैठक हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। लेकिन कैबिनेट की इस बैठक में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन के बीच गर्मा-गर्मी हो गई। दरअसल महाजन ने अजित पवार से राज्य में संचालित करने के लिए एक ग्रामीण योजना के लिए फंड की मांग की। महाजन द्वारा लगातार फंड की मांग के बाद अजित पवार बैठक के बीच में ही अपना आपा खो बैठे। अजित ने महाजन से कह डाला, कि क्या मैं राज्य की जमीन बेचकर आपको पैसे दे दूं। महाजन ने अजित पवार के इस बर्ताव की मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से शिकायत की है।
कैसे शुरू हुआ मामला?
दरअसल राज्य मंत्रिमंडल की बैठक मंगलवार को दोपहर करीब 2:30 बजे शुरू हुई थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री शिंदे के अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री फडणवीस और अजित पवार के साथ-साथ कैबिनेट मंत्री भी मौजूद थे। इस बैठक में राज्य के हितों को लेकर कई फैसले लिए गए। इसी बीच ग्रामीण विकास मंत्री गिरीष महाजन ने ग्रामीण क्षेत्र की एक परियोजना के लिए वित्त मंत्री अजित पवार से कुछ फंड की मांग की। लेकिन अजित ने फंड की कमी बताते हुए महाजन की मांग को खारिज कर दिया। बार-बार अपनी मांग दोहराने के बाद अजित ने कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार सात महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही है, जिस पर करीब 1 लाख करोड़ रुपए का खर्च हो रहा है। इसलिए अगर आप इस तरह की मांग करते हैं तो फिर सवाल है कि उसके लिए फंड कहां से आएगा? इस पर झल्लाहट में अजित ने कहा कि क्या मैं राज्य की जमीन को बेचकर आपको पैसे दे दूं।
अजित पवार के इस बयान के बाद मंत्रिमंडल की बैठक में माहौल गर्मा गया। इस बीच बैठक के बाद दूसरे मंत्रियों के साथ महाजन ने इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस को दी। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया कि शिंदे और फडणवीस ने महाजन की बात पर क्या प्रतिक्रिया दी। यह ऐसा पहला मामला नहीं है कि अजित पवार अपने साथी मंत्री पर बैठक में इस तरह से भड़के हों। इससे पहले भी वह कई बार मंत्रियों और विधायकों को फंड को लेकर नाराजगी जता चुके हैं।