बजट: शिंदे बोले - विकसित भारत संकल्पना होगी मजबूत, फडणवीस ने कहा होगी ग्रोथ, विपक्ष ने बताया राज्य को मिला ठेंगा
- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया
- नया कर ढांचा आम आदमी, कर्मचारियों के लिए राहत
- महाराष्ट्र को मिला ठेंगा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए बजट को विकसित भारत की ओर बढ़ते कदम बताए हैं। शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टैक्स ढांचे में बड़ा बदलाव कर करोड़ों देशवासियों के भरोसे पर खरा उतरने का काम किया है। यह बजट किसानों की ताकत बढ़ाने से लेकर करोड़ों रोजगार पैदा करेगा। वहीं विपक्ष ने इस बजट को महाराष्ट्र के लिए ठेंगा बजट करार दिया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य की महायुति को बजट में ठेंगा दिया है।
शिंदे ने कहा कि इस बजट में गरीबों, महिलाओं, युवाओं, किसानों के साथ साथ प्राकृतिक खेती लिए 1 लाख 52 हजार करोड़ के प्रावधान किया गया है। इससे कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिल सकेगी। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार ने भी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी कदम उठाए हैं। शिंदे ने कहा कि नया कर ढांचा आम आदमी, कर्मचारियों के लिए राहत भरा। इस नए कर ढांचे से करदाताओं की संख्या भी बढ़ेगी। हमारा देश युवाओं का है, इसकी झलक बजट में दिखी है। बजट में 50 लाख अतिरिक्त नौकरियां पैदा करने का भी फैसला लिया गया है, इससे महाराष्ट्र के युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा अवसर पैदा होगा।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बजट के जरिए इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 11 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह बजट सिर्फ नारों की बारिश नहीं बल्कि भविष्य को ध्यान में रखकर पेश किया गया है।उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जब लोग आपको चुनते हैं तो उनकी आपसे अपेक्षा होती हैं। इसलिए इस बजट में महाराष्ट्र के लिए कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं।
महाराष्ट्र को मिला ठेंगा
विजय वडेट्टीवार ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा योगदान महाराष्ट्र का होता है लेकिन इस बजट में महाराष्ट्र को कुछ भी नहीं मिला है। उन्होंने कहा राज्य के किसानों के लिए केंद्र ने कुछ भी नया नहीं किया है। कांग्रेस के न्याय पत्र में हमने बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने की बात कही थी। अब भाजपा ने उसे बजट में लाकर हमारे घोषणा पत्र को सही ठहराने का काम किया है।