निशाना: शिंदे ने विशालगड़ हिंसा को लेकर दिया था हिंट, कुछ दिनों में करेक्ट कार्यक्रम करने वाला हूं - पटोले
- विधानसभा चुनाव में राज्य में युति को विशालगड़ में भी हार झेलनी पड़ेगी- शेख
- 20 जून को ही दे दिया था हिंट, मैं कुछ दिनों में 'करेक्ट कार्यक्रम' करने वाला हूं- पटोले
डिजिटल डेस्क, मुंबई. महाराष्ट्र के कोल्हापुर के विशालगड़ में अवैध निर्माण को हटाने को लेकर हुई हिंसा पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर गंभीर आरोप लगाया है। पटोले ने सोमवार को कांग्रेस भवन तिलक भवन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे ने 20 जून को ही रायगड़ में आयोजित एक कार्यक्रम में घोषणा कर दी थी कि मैं विशालगड़ में अगले कुछ दिनों में 'करेक्ट कार्यक्रम' करने वाला हूं। उन्होंने कहा कि शिंदे के 'करेक्ट कार्यक्रम' का मतलब विशालगड़ में 14 जुलाई को हिंसा के रूप में देखने को मिला। पटोले ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
पटोले ने कहा कि विशालगड़ में हुई हिंसा की पटकथा 20 जून को ही लिख दी गई थी, जब राज्य के मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने भाषण में विशालगड़ को लेकर करेक्ट कार्यक्रम करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं स्थानीय लोगों को 5 जुलाई को ही विशालगड़ में होने वाली संभावित हिंसा की जानकारी मिल गई थी और उसी को लेकर उन्होंने कोल्हापुर के जिलाधिकारी से इस संबंध में मुलाकात की थी और उन्हें संभावित दंगों की जानकारी दी थी। लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। पटोले ने कहा कि दरअसल राज्य सरकार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में वोटों के ध्रुवीकरण के काम पर लग गई है।
विशालगड़ हिंसा के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने वाले राज्य के सपा विधायक रईस शेख का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की शिंदे सरकार यूपी पैटर्न के तहत धार्मिक स्थलों को निशाना बना रही है। शेख ने कहा कि जैसे अयोध्या में भाजपा को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, ऐसे ही अब आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य में भाजपा और शिंदे को विशालगड़ में भी हार झेलनी पड़ेगी। राज्य में कानून व्यवस्था रखना मुख्यमंत्री और गृहमंत्री का काम होता है, लेकिन सरकार इस मामले में फेल साबित होती दिख रही है।