विधायक गोलीबारी मामला: उद्धव बोले- ये राम राज्य नहीं मरा राज्य है, गायकवाड पर कार्रवाई को लेकर उपमुख्यमंत्री से मिले शिंदे गुट के मंत्री
- गणपत गायकवाड ने शिंदे पर लगाए थे गंभीर आरोप
- उद्धव बोले, ये राम राज्य नहीं मरा राज्य
- कार्रवाई की मांग को लेकर उपमुख्यमंत्री से मिले शिंदे गुट के मंत्री
डिजिटल डेस्क, मुंबई. कल्याण पूर्व से भाजपा विधायक गणपत गायकवाड द्वारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर लगाए गए आरोपों पर राज्य की राजनीति गरमा गई है। सोमवार को कैबिनेट की बैठक से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर लगाए गए आरोपों को लेकर शिंदे गुट के सभी मंत्रियों ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। मंत्रियों ने गायकवाड पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।सोमवार को कैबिनेट की बैठक से पहले सह्याद्री अतिथि गृह में उपमुख्यमंत्री फडणवीस जैसे ही पहुंचे, वैसे ही शिंदे गुट के सभी मंत्री उनके पास पहुंचे और गणपत गायकवाड द्वारा मुख्यमंत्री शिंदे पर लगाए गए आरोपों पर बात की। मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि हमने बैठक में फायरिंग का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि गायकवाड ने शिंदे पर व्यक्तिगत आरोप लगाए हैं। हमने अपना पक्ष फडणवीस के सामने रखा है और मांग की है कि गायकवाड पर कार्रवाई की जाए। देसाई ने कहा कि दोनों ही दलों में समन्वय समिति की बैठकें नहीं हो पाईं हैं, जिन्हें दोबारा शुरू किया जाएगा। देसाई ने कहा कि मैं ठाणे का पालकमंत्री हूं, लेकिन गायकवाड ने यह मुद्दा कभी नहीं उठाया। इस बीच पुलिस ने महेश गायकवाड समेत 70 लोगों के खिलाफ एक व्यवसाई की शिकायत पर मामला दर्ज किया है।
यह राम राज्य नहीं...
शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा विधायक गणपत गायकवाड द्वारा की गई गोलीबारी पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा के लोग राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के समय राम राज्य की बात कर रहे थे। लेकिन यह राम राज्य नहीं, मरा राज्य है। ठाकरे ने कहा कि पुलिस स्टेशन में गोलीबारी चल रही है लेकिन गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस कहां है यह किसी को पता नहीं है।
गायकवाड ने शिंदे पर क्या लगाया था आरोप?
शिंदे गुट के पूर्व नगरसेवक महेश गायकवाड़ पर गोलीबारी के बाद गणपत गायकवाड ने आरोप लगाया था कि शिंदे आपराधिक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वाले हैं, इसलिए उन्हें अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
- महेश गायकवाड सहित 70 के खिलाफ मामला दर्ज
- श्रीकांत शिंदे ने की अस्पताल में महेश गायकवाड से भेंट
- वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक भी आ सकते हैं लपेटे में