महिला दिवस पर विशेष: महाराष्ट्र से संसद में सिर्फ 10.13 प्रतिशत हैं महिला सांसदों की हिस्सेदारी

  • राजनीतिक दलों से मतदाता तक, महिला उम्मीदवारों पर कम जताते हैं भरोसा
  • सिर्फ 10.13 प्रतिशत हैं महिला सांसदों की हिस्सेदारी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-07 16:35 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार। संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का विधेयक पारित हो गया है। हालांकि इसे अगले चुनाव से लागू किया जाएगा पर फिलहाल राजनीति में महिलाओं की राह काफी मुश्किलों भरी है। राजनीतिक दल महिलाओं को उम्मीदवारी देने में कंजूसी करते ही हैं मतदाता भी पुरुषों की अपेक्षा महिला उम्मीदवारों पर कम विश्वास जताते हैं। पुरुष उम्मीदवारों की तुलना में महिला उम्मीदवारों के चुनाव जीतने का औसत कम है। जबकि लगभग मतदाताओं में महिलाओं की हिस्सेदारी लगभग 50 फीसदी है। इन आकड़ों को देखकर कहा जा सकता है कि "नारी तुम सिर्फ वोटर हो।'

संसद में सितंबर 2023 में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का विधेयक पारित होने से साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए महिला उम्मीदवारों की दावेदारी बढ़ी है। हालांकि महिला आरक्षण साल 2029 के लोकसभा चुनाव के समय लागू होगा।

2019 में 85 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों की हुई थी जमानत जब्त

फिलहाल क्षेत्रिय दलों के साथ-साथ राष्ट्रीय दल भी महिलाओं को ज्यादा उम्मीदवारी देने से परेहज करते हैं। साथ ही मतदाता भी महिला उम्मीदवारों पर कम भरोसा जताते हैं। लिहाजा चुनावी समर में उतरी अधिकांश महिला उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाती हैं। महाराष्ट्र में साल 2019 के लोकसभा चुनाव के समय 79 महिला उम्मीदवार मैदान में उतरी थीं। जिसमें से 67 महिला उम्मीदवार अपनी जमानत भी नहीं बचा सकी। महज 8 महिला उम्मीदवार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंची थीं।

परिवार के रसूख के भरोसे

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड 8 महिलाएं सांसद बनी थीं। हालांकि इन 8 महिला सांसद किसी न किसी राजनीतिक परिवार से तालुक रखती हैं। साल 2019 में नंदूरबार सीट से भाजपा की उम्मीदवार हीना गावित ने जीत हासिल की थी। हीना के पिता प्रदेश के आदिवासी विकास मंत्री हैं। रावेर सीट से भाजपा के टिकट पर रक्षा खडसे रावेर को जीत मिली थी। रक्षा राकांपा (शरद) के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे की बहू हैं। बीड़ सीट से भाजपा सांसद प्रीतम मुंडे पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं। मुंबई उत्तर-मध्य सीट से भाजपा सांसद पूनम महाजन पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत प्रमोद महाजन की बेटी हैं। बारामती सीट से राकांपा (शरद) सांसद सुप्रिया सुले पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार की बेटी हैं। अमरावती सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा के पति रवि राणा विधायक हैं। दिंडोरी सीट से भाजपा सांसद भारती पवार और यवतमाल-वाशिम सीट से शिवसेना (शिंदे) की सांसद भावना गवली भी राजनीतिक परिवार से संबंध रखती हैं। फिलहाल लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र से महिला सांसदों का प्रतिनिधित्व केवल 10.13 प्रतिशत है।

लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र से महिला उम्मीदवार

साल      महिला उम्मीदवार      जमानत जब्त     विजयी

2019      79                          67                      8

2014      69                          61                      5

2009      55                          45                      3

2004      29                          31                      5

1999      17                          10                      4

1998      20                          15                      2

1996      42                          36                      2

1991      34                          28                      3

1989      20                          15                      2

1984      12                           6                       3

1980      17                          11                      3

1977      8                              5                      3


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