साहब ही पार्टी का चेहरा: शरद खेमे ने उतारा राष्ट्रीय कार्यालय में लगा चुनाव चिन्ह वाला फ्लैग, दायर करेंगे पिटीशन
- एक भी कार्यकर्ता शरद पवार को छोड़कर नहीं गया
- शरद पवार साहब का चेहरा ही पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. महाराष्ट्र की राजनीति में चार दशक से भी ज्यादा समय से छाए रहने वाले दिग्गज नेता शरद पवार को अपने उम्र के आखिरी पड़ाव में मुश्किल दौर से गुजरना पड़ रहा है। भतीजे अजित पवार ने उनसे पार्टी का चुनाव चिन्ह घड़ी छीन लिया है। इसलिए शरद पवार खेमे को अब इस चिन्ह का जहां-जहां इस्तेमाल किया है, उसे हटाना पडेगा। गुरुवार को शरद खेमे ने यहां लोधी इस्टेट स्थित अपने राष्ट्रीय कार्यालय में लगा चुनाव चिन्ह घड़ी वाला फ्लैग नीचे उतार दिया है।
शरद पवार साहब का चेहरा ही पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह
शरद पवार अभी दिल्ली में है और उनके निर्देश पर ही राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा ने आज इस फ्लैग को नीचे उतार दिया है। शर्मा ने कहा कि एनसीपी के चुनाव चिन्ह को चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को दे दिया है। आयोग के फैसले के मुताबिक अब हम इसका उपयोग नहीं कर सकते। इसलिए हमने फ्लैग को उतार दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह भले ही हमसे छीन गया है, लेकिन हमारे लिए शरद पवार साहब का चेहरा ही पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह है।
फैसले के खिलाफ शुक्रवार को दायर करेंगे पिटीशन
शर्मा ने कहा कि जब से पार्टी में विवाद शुरु हुआ तब से एक भी कार्यकर्ता शरद पवार को छोड़कर नहीं गया है। 26 राज्यों के पार्टी प्रमुखों ने शरद पवार पर अपना पूरा भरोसा जताते हुए कहा है कि चुनाव में जीत के लिए उन्हें घड़ी चिन्ह से ज्यादा शरद पवार के चहरे की जरुरत है। इसलिए चुनाव चिन्ह जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। हमे विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट से न्याय जरूर मिलेगा। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ संभवत: आज या फिर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दायर करेंगे।