कई मांगे: हड़ताल पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर, मनपा अस्पतालों के डॉक्टर हुए अलग
- मनपा अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर हुए हड़ताल से अलग
- हड़ताल का असर मुंबई में रहेगा कम - सरकारी अस्पताल की नर्सों का भी धरना प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। वेतन वृद्धि, लंबित भत्ते,समय पर मानधन, होस्टल की समस्याओं आदी को लेकर एक बार फिर राज्यभर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर आज शाम पांच बजे से हड़ताल पर जानेवाले हैं। हालांकि इस हड़ताल का असर मुंबई में न के बराबर रहनेवाला है क्योंकि मनपा के मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने खुद को इस हड़ताल से दूर रखा है। इसके चलते मुंबई के पांच मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में से चार में सेवाएं सुचारू रूप से जारी रहेगी। डॉक्टरों की हड़ताल के अलावा राज्यभर के सभी अस्पताल की नर्सेस भी अपनी मांगों को लेकर आज से आजाद मैदान में धरना प्रदर्शन करेंगी।
राज्य सरकार द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन सेंट्रल मार्ड ने गुरुवार शाम 5 बजे से सामूहिक अवकाश पर जाने की घोषणा की है। सेंट्रल मार्ड के इस हड़ताल को मनपा मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन बीएमसी मार्ड ने समर्थन देने से मना कर दिया है। सेंट्रल मार्ड के अध्यक्ष डॉ. अभिजीत हेलगे ने बताया कि हड़ताल के दौरान अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेगी, लेकिन ओपीडी में डॉक्टर अपनी सेवाएं नहीं देंगे।
सायन, नायर, केईएम, कूपर सहित सभी अस्पताल रहेंगे शुरू
मुंबई में पांच मेडिकल कॉलेज है, इनमें से जेजे राज्य सरकार द्वारा संचालित किया जाता है, जबकि सायन, नायर, केईएम और कूपर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल मनपा के अधीन है। बीएमसी मार्ड के अध्यक्ष डॉ. वर्धमान रोथे ने बताया कि केईएम, सायन, नायर और कूपर में 3 हजार रेजिडेंट डॉक्टर है जो अपनी सेवाएं जारी रखेंगे।
जेजे समूह अस्पताल में प्रोफेसर संभालेंगे ओपीडी
जेजे समूह के अंतर्गत आनेवाले सभी अस्पतालों में ओपीडी में आरएमओ, प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर और वरिष्ठ डॉक्टर तैनात रहेंगे। कामा अस्पताल के अधीक्षक डॉ. तुषार पालवे ने कहा कि फिलहाल कोई ऑपेरशन नहीं टाला गया है। डॉक्टर के साथ नर्सें भी आंदोलन कर रही हैं। इसलिए नर्सिंग कॉलेज की नर्सिंग छात्राओं को अस्पताल में नियुक्त किया गया है।