धोखाधड़ी: रेलवे इंजीनियर का सिम कार्ड हैक कर उड़ाया 3 लाख, दो अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
- 24 घंटे में सिम एक्टिव हो जाएगा
- इतना हवाला देकर धोखा
डिजिटल डेस्क, मुंबई, अखिलेश तिवारी रेलवे विभाग में 1991 से वरिष्ठ अनुभाग अभियंता के पद पर काम करने वाले भानुदास मारुती शिवड़ीकर ने एन एम जोशी मार्ग पुलिस थाने में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि उनका बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र और आईसीआईसीआई बैंक में खाता है एक मोबाइल मे दो सिम कार्ड मौजूद है एक रेलवे का सीयूजी नंबर है दूसरा खुद का पर्सनल नंबर है। 29 मार्च को घर से लोअर परेल रेलवे वर्कशॉप पर जाने के लिए निकले ही थे कि साढ़े 8 बजे के करीब एक कॉल आया, सामने वाली लड़की ने बताया कि उसका नाम पूजा है पीड़ित के पास जो एयरटेल का सिम है उसको वह लोग ई सिम में बदल रहे है। पीड़ित ने भी ठीक है कहकर बात को टाल दिया था।
टेलीकॉम कंपनी से बात करने वाली लड़की ने पीड़ित को बताया कि उनका मोबाइल फोन 5G है इसलिए सिम को ई सिम में कन्वर्ट किया जा रहा है। 24 घंटे में सिम एक्टिव हो जाएगा। शिकायतकर्ता को 121 नंबर से एक सन्देश प्राप्त हुआ। 30 मार्च को जब पीड़ित ने सामने से कॉल कर पूछा कि उनका नंबर अभी तक ई सिम नहीं हुआ है तब जालसाजों ने बताया कि और 24 घंटे लगेंगे। जब तीन दिन बीत जाने के बाद भी पीड़ित का ई सिम नहीं हुआ तब वह सर्विस प्रोवाइडर की गैलरी में गया । वहां उसे बताया गया कि उसका फोन सैमसंग का है जिसमें ई सिम सुविधा उपलब्ध ही नहीं है। यह फैसिलिटी तो सिर्फ आईफोन में होती है पीड़ित को बताया गया कि उसका फोन किसी ने हैक कर लिया है।
पीड़ित का हर महीने 5 तारीख को ईएमआई जाता है इसलिए उनसे जब बैंक का खाता चेक किया तो खाते में महज 4816 रुपए शेष थे। उसे लगा कि हाल ही में बिटिया की शादी थी शायद खरदीदारी ज्यादा हो गयी , इसलिए खाता खाली लग रहा है। तब पीड़ित ने अपने दूसरे बैंक खाते से पैसा निकालकर जब 4816रू वाले में जमा करना चाहा तो उसके खाते से बचे हुए 4816 अमाउंट भी गायब थे । पीड़ित के अकाउंट से किसी ने 30 मार्च से 4 अप्रैल के बीच 87,710 /-रूपया उड़ा लिया था। उसके बाद पूजा नाम की उस जालसाज महिला ने पीड़ित की चुटकी लेते हुए फोन किया कि आपका सिम ई सिम हो गया क्या। पीड़ित ने उस समय गाली गलौज किया। फिर खाते को ब्लॉक करवा दिया । उसके बाद पीड़ित को 5 अप्रैल को एक और सन्देश प्राप्त हुआ, जिसमे 1,99,998/-रुपया कट गया था। कुल 2,87,708 रुपया कट गया। पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है।
टेलीकॉम कंपनी के कुछ एक्सपर्ट से हमने बात कि जिनका कहना है कि पीड़ित ने जरूर कोई ओटीपी नंबर जालसाजों के साथ शेयर किया होगा। जिस वजह से उनका सिम हैकर के कण्ट्रोल में चला गया और उसने पैसे निकल लिए। जांच अधिकारी विकास सुरवसे ने बताया कि मामला पेचीदा है। सामने वाला अपना नाम और परिचय कुछ भी बताए उस पर तुरंत भरोसा नहीं करना चाहिS