ईडी: हीरानंदानी समूह पर छापेमारी, शिव ठाकरे और रोजिक को समन, देसाई के पीए पर दर्ज मामला
- अनिल देसाई के पीए पर दर्ज हुआ मामला
- शिव ठाकरे और अब्बू रोजिक को ईडी का समन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। गुरुवार के दिन प्रवर्तन निदेशालय ने कई बड़ी कार्रवाई की। रियल इस्टेट की अग्रणी कंपनी हीरानंदानी समूह पर फेमा कानून के उल्लंघन को लेकर छापेमारी हुई वही बिग बॉस सीजन 16 में नजर आए शिव ठाकरे और अब्बू रोजिक को जेल में बंद ड्रग माफिया अली असगर शिराजी से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. उद्धव ठाकरे ग्रुप के पूर्व सांसद अनिल देसाई के पीए दिनेश बोभाटे के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
हीरानंदानी के यहां छापा
ईडी ने मुंबई में हीरानंदानी समूह के मुख्य कार्यालयों और अन्य ठिकानों पर गुरुवार तड़के ही छापेमारी शुरू कर दी । जांच एजेंसी ने समूह के मुख्य कार्यालयों सहित शहर के चार से पांच स्थानों की तलाशी ली। सूत्रों ने बताया कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन से जुड़े मामले में यह कार्रवाई की गई है। ईडी का दस्ता महाराष्ट्र में उनके मुंबई और ठाणे सहित कई ठिकानों पर पहुंचा और वहां छापेमारी की कार्रवाई की गई, निरंजन हीरानंदानी और उनके भाई सुरेंद्र हीरानंदानी ने 1978 में रियल एस्टेट का व्यापार शुरू किया था. इस कंपनी का मुख्यालय मुंबई पवई इलाके में स्थित है. ये बिजनेस ग्रुप भारत के रियल एस्टेट डेवलेपर्स ग्रुप में से एक है. हीरानंदानी ग्रुप की मुंबई के अलावा, चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद में भी कई रियल स्टेट परियोजनाएं हैं. इससे पहले साल 2022 में इनकम टैक्स ने हीरानंदानी ग्रुप के 25 परिसरों पर छापेमारी की थी. जिसमें मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई के ऑफिस शामिल थे. ये छापेमारी संदिग्ध टैक्स चोरी के मामले को लेकर की गई थी।
निरंजन हीरानंदानी के बेटे दर्शन हीरानंदानी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा से जुड़े 'कैश फॉर क्वेरी' मामले में सुर्खियों में आए थे. हालांकि कहा जा रहा है कि ये रेड महुआ मोइत्रा मामले में नहीं पड़ी है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक लिखित शिकायत में महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के बदले दर्शन हीरानंदानी से पैसे और महंगे उपहार लेने का आरोप लगाया था. जिसके बाद जमकर बवाल हुआ था और महुआ मोइत्रा को अपनी सांसदी से हाथ धोना पड़ा.
शिव ठाकरे और अब्बू रोजिक को ईडी का समन
बिग बॉस 16 में नजर आए शिव ठाकरे और अब्बू रोजिक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) ने समन भेजा है। ईडी ने दोनों स्टार्स को मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ के लिए बुलाया है। सूत्रों के मुताबिक शिव ठाकरे और अब्बू रोजिक को जेल में बंद ड्रग माफिया अली असगर शिराजी से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इस मामले में शिव ठाकरे का बयान गवाह के रूप में लिया जा रहा है. अब्दु रोजिक को भी गवाही के लिए बुलाया गया है. दोनों स्टार्स ने कंपनी हसलर्स हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड में अपना पैसा लगाया था.यह कंपनी ड्रग माफिया अली असगर शिराजी के नाम है. इसी संबंध में ईडी ने शिव ठाकरे के पूछताछ की है.
ड्रग माफिया अली असगर शिराजी की कंपनी हसलर्स हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड अलग-अलग कंपनियों में निवेश करती है. इस कंपनी ने शिव ठाकरे की 'ठाकरे चाय एंड स्नैक्स' में भी निवेश किया है। साथ ही अब्दु रोजिक की 'बुर्गीर' में भी पैसा लगाया है. ड्रग माफिया की कंपनी नार्को-फंडिंग के जरिए पैसा कमा चुकी है. डीलर के नार्को फंडिंग में शामिल होने की खबर मिलते ही दोनों स्टार्स ने अली असगर की कंपनी के साथ हुए बॉन्ड को खत्म कर दिया.
अनिल देसाई के पीए पर ईडी ने केस दर्ज किया
उद्धव ठाकरे ग्रुप के पूर्व सांसद (राज्यसभा) अनिल देसाई के पीए पर ईडी ने केस दर्ज किया है. ईडी ने दिनेश बोभाटे के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है. दिनेश बोभाटे के खिलाफ कुछ दिन पहले ही सीबीआई ने भी भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था। उसी आधार पर अब ईडी ने बोभाटे के खिलाफ मामला दर्ज किया है . बोभाटे के जांच एजेंसी के शिकंजे में फंसने से अनिल देसाई की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं. रवींद्र वायकर, वैभव नाइक, अनिल परब, राजन साल्वी के बाद अब उद्धव ठाकरे का एक और नेता जांच एजेंसी के रडार पर आ गया है. इस बीच एक के बाद एक विपक्षी दल के नेताओं पर जांच तंत्र का शिकंजा कसता जा रहा है.
क्या है आरोप
आरोप है कि 2 करोड़ 60 लाख रुपये की रकम गायब कर दी गई है. दिनेश बोभाटे के खिलाफ 17 जनवरी को मुंबई ऑफिस में केस दर्ज किया गया था. अब ईडी की ओर से भी मामला दर्ज किया गया है. दिनेश बोभाटे 2013 से 2023 के बीच एक बीमा कंपनी में असिस्टेंट और सीनियर असिस्टेंट के पद पर कार्यरत थे. इस बीच, उन्होंने आरोप लगाया है कि संबंधित बीमा कंपनी के लिए काम करते हुए उन्होंने लगभग 36 प्रतिशत बेहिसाब संपत्ति अर्जित की.