भास्कर की खबर का असर : व्यापारियों ने किसानों के साथ की धोखाधड़ी तो पुलिस करेगी कार्रवाई
- नाशिक पुलिस ने किसानों के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर
- दैनिक भास्कर ने किसानों के हुई धोखाधड़ी की खबर प्रकाशित की थी
- भास्कर की खबर का असर
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा। पिछले कुछ साल में देखने को मिला है कि राज्य में किसानों के साथ धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। दैनिक भास्कर ने भी एक अगस्त को नाशिक के टमाटर उत्पादक किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी की खबर प्रकाशित की थी। इस खबर के प्रकाशित होने के बाद अब नाशिक पुलिस ने किसानों के लिए एक हेल्पलाइन शुरू करने का फैसला किया है। किसान इस हेल्पलाइन नंबर (6262766363) के जरिए किसी भी धोखाधड़ी की शिकायत सीधे नाशिक के पुलिस अधीक्षक से कर सकेंगे। यह हेल्पलाइन किसानों के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
दैनिक भास्कर ने एक अगस्त को नाशिक के 198 किसानों के साथ एक व्यापारी द्वारा की गई धोखाधड़ी की खबर प्रकाशित की थी। जिसमें एक व्यापारी ने किसानों को करीब दो करोड़ 15 लाख रुपए की चपत लगाई थी। इसके बाद इस तरह की धोखाधड़ी के और भी कई मामले सामने आए। आखिरकार नाशिक पुलिस ने अब जिले के उन किसानों के लिए एक सौगात दी है जो आए दिन व्यापारियों को अपनी फसल बेचते हैं। दरअसल नाशिक पुलिस ने जिले के किसानों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है जिसके जरिए अगर कोई भी व्यापारी किसी भी किसान की फसल का भुगतान नहीं करता है या फिर उनके साथ धोखाधड़ी करता है तो फिर किसान उसके खिलाफ हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर शिकायत कर सकेंगे। जिसके बाद पुलिस संबंधित व्यापारी पर कार्रवाई कर सकेगी। नाशिक के पुलिस अधीक्षक शहाजी उमाप को पिछले काफी समय से किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी की खबरें मिल रही थीं। जिसके बाद उन्होंने किसानों के लिए एक हेल्पलाइन शुरू करने का फैसला किया।
एग्रीमेंट के बाद व्यापारी नहीं करते भुगतान
शहाजी उमाप ने दैनिक भास्कर को बताया कि किसानों के साथ लगातार हो रही धोखाधड़ी के चलते उन्होंने इस हेल्पलाइन को शुरू करने का फैसला किया है। उमाप ने कहा कि नाशिक में प्याज और टमाटर का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है एवं राज्य के दूसरे हिस्सों के व्यापारी इन किसानों से उनकी फसल खरीदने के लिए आते हैं। व्यापारी किसानों से एग्रीमेंट तो साइन कर लेते हैं लेकिन जब उनकी फसल की रकम देने की बारी आती है तो किसानों को पैसों के लिए घुमाया जाता है। यही कारण है कि उन्होंने किसानों को किसी भी धोखाधड़ी से बचाने के लिए इस हेल्पलाइन को शुरू करने का फैसला किया है।
दूसरे राज्यों के व्यापारियों ने भी की धोखाधड़ी
उमाप ने कहा कि कुछ मामलों में तो ऐसे भी पाया गया है कि दूसरे राज्य के व्यापारियों ने किसानों से उनका माल खरीद लिया लेकिन उनको पैसों का भुगतान नहीं किया। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी किसानों से आग्रह करता हूं कि जिन्होंने अपनी फसल को व्यापारियों को तो बेच दिया है लेकिन उनके पैसे नहीं मिले हैं कि वह सामने आए और इस हेल्पलाइन के जरिए अपनी शिकायत दर्ज कराएं। पुलिस का प्रयास रहेगा कि किसानों को हर संभव मदद कराई जा सके।