घोसालकर हत्याकांड: पुलिस ने दर्ज की दो एफआईआर, क्राइम ब्रांच ने शुरू की जांच - उठाए कानून व्यवस्था पर उठाए

  • फडणवीस ने कहा ‘श्वान’ की मौत पर भी त्यागपत्र मांगता है विपक्ष
  • पुलिस ने दर्ज की दो एफआईआर, क्राइम ब्रांच ने शुरू की जांच - उठाए कानून व्यवस्था पर उठाए

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-09 16:23 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अभिषेक घोसालकर हत्याकांड में मुंबई पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इसकी जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंपा गया है। जांच के लिए दो दल बनाया गया है। इस बीच बोरीवली के स्मशान गृह में अभिषेक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिवार को सांत्वना देने के लिए शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे परिवार के साथ पहुंचे थे। इस सबके बीच सरकार विपक्ष के निशाने पर है। राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर प्रश्न खड़े किए जा रहे हैं। बता दें कि अभिषेक की गुरुवार शाम दहिसर के गणपत पाटील नगर में मोरिस नोरोन्हा ने अपने दफ्तर में बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी थी, उसके बाद मोरिस ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। अभिषेक घोसालकर हत्याकांड की जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि निरीक्षक रैंक के अधिकारी की अगुवाई वाला एक दल घोसालकर की हत्या की जांच कर रहा है, जबकि दूसरा दल उनके हत्यारे मोरिस नोरोन्हा की ‘दुर्घटनावश’ मौत की जांच कर रहा है। 

मॉरिस का बॉडीगार्ड अमरेंद्र मिश्रा गिरफ्तार

अभिषेक घोसालकर की हत्या लाइसेंसी पिस्तौल से हुई थी। पिस्तौल का लाइसेंस अमरेंद्र मिश्रा के नाम से उत्तर प्रदेश के फूलपुर में दर्ज है। इस प्रकरण में क्राइम ब्रांच ने अमरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। प्रकरण में क्राइम ब्रांच ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया है। जिसमें से एक हत्या का और दूसरा आत्महत्या का है। दोनों मामलों की जांच क्राइम ब्रांच की यूनिट 11 और 12 कर रही है। क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मॉरिस ने अभिषेक पर 5 राउंड फायर किया। एक गोली उसने अपने ऊपर चलाने की कोशिश की लेकिन गोली खत्म हो चुकी थी, इसके बाद वह दफ्तर की ऊपरी मंजिल पर गया और फिर से गोली भरी और अपनी कनपटी पर गोली मार ली।

कौन है अमरेंद्र

अमरेंद्र बोरीवली में चाचा के साथ रहता है

तीन महीने पहले ही मॉरिस ने बॉडीगार्ड की नौकरी पर रखा था

मिश्रा अपनी पिस्तौल मॉरिस के ऑफिस में ही रखता था

मुंबई पुलिस को अमरेंद्र ने नहीं दी थी पिस्तौल की जानकारी

मिश्रा पर आर्म्स एक्ट 29 बी और 30 के तहत कार्रवाई

कौन है मॉरिस

मॉरिस आईसी कॉलोनी बोरीवली का रहनेवाला

पत्नी को लड़वाना चाहता था चुनाव

उस पर डकैती, छेड़खानी और बलात्कार के कुल 3 मामले थे दर्ज

दुराचार के मामले में जेल में भी था

वफादार को सांत्वना देने पहुंचा ठाकरे परिवार

अभिषेक के पिता पूर्व विधायक विनोद घोसालकर को उद्धव ठाकरे का वफादार माना जाता है। जबकि अभिषेक और उनकी पत्नी भी शिवसेना (संयुक्त) से नगरसेवक रह चुके थे। अभिषेक की हत्या से शोक संतप्त परिवार को ढाढस देने शिवेसना (उद्धव) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे उनकी पत्नी रश्मी ठाकरे और पुत्र आदित्य ठाकरे पहुंचे।

Tags:    

Similar News