तैनात होंगे योजनादूत: 12वीं पास से स्नातकोत्तर तक 10 लाख युवकों को प्रशिक्षण देने की योजना तैयार
सरकारी योजनाएं लोगों तक पहुंचाने तैनात होंगे 60 हजार योजनादूत
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य सरकार ने 10 लाख युवाओं को विभिन्न उद्योगों में प्रशिक्षण देने से जुड़ी योजना के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। 12वीं पास से लेकर स्नातकोत्तर तक की डिग्री हासिल कर चुके युवा इस योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं। छह महीने के प्रशिक्षण के दौरान छह हजार रुपए से 10 हजार रुपए प्रतिमाह तक का मेहनताना (विद्यावेतन) भी दिया जाएगा। इसके अलावा इस योजना के तहत राज्य सरकार शहरी इलाकों में 5 हजार जबकि ग्रामीण इलाकों में 55 हजार ‘योजनादूत’ तैनात करेगी जो लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगे। इन युवाओं को इसी योजना के तहत भुगतान किया जाएगा। इस योजना के तहत आवेदन के लिए कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जो संस्थान युवाओं को अपने यहां काम कर रखना चाहते हैं उन्हें भी रजिस्ट्रेशन करना होगा। छह महीने के प्रशिक्षण के बाद युवाओं को संबंधित संस्थानों की ओर से अनुभव प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
कौन होगा पात्र
18 से 35 साल तक के लोग कर सकते हैं आवेदन
उम्मीदवार का 12वीं, आईटीआई, डिप्लोमा, स्नातक, स्नातकोत्तर पास होना जरूरी
जिनकी पढ़ाई जारी है वे इस योजना के तहत नहीं कर सकते आवेदन
महाराष्ट्र के स्थाई निवासी जिनके आधार कार्ड से बैंक खाता जुड़ा हो वे कर सकते हैंआवेदन
विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कर रजिस्ट्रेशन नंबर लेना जरूरी
अस्थापना और उद्योगों के लिए क्या है नियम
अस्थापना, उद्योग राज्य में होना चाहिए
विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन होना चाहिए
कम से कम तीन साल से कार्यरत हो
ईपीएफ, ईएसआईसी, जीएसटी, सर्टिफिकेट ऑफ इंकॉर्पोरेशन, डीपीआईटी और उद्योग आधार का रजिस्ट्रेशन हो
10 दिन से ज्यादा छुट्टी तो मेहनताना नहीं
प्रशिक्षण के दौरान उद्योग उम्मीदवारों की नियमित हाजिरी लगाएंगे। संबंधित उद्योग में जो छुट्टियां मिलतीं हैं वह उम्मीदवारों को मिलेगी लेकिन एक महीने में 10 या इससे ज्यादा दिन गैरहाजिर रहने पर पैसे नहीं दिए जाएंगे। प्रशिक्षण के पैसे राज्य सरकार सीधे उम्मीदवार के खाते में ऑनलाइन भेजेगी।
किसे कितना मिलेगा मेहनताना
शैक्षणिक योग्यता प्रतिमाह विद्यावेतन
12वीं पास 6000
आईआटीआई/डिप्लोमा 8000
स्नातक/स्नातकोत्तर 10000