आकर्षण: इमली, जामुन, आम से लदे बोनसाई पेड़ देख खुश हुए लोग, गुलमोहर 100 वर्ष पुराना
- गुलमोहर का बोनसाई 100 वर्ष पुराना है
- जमनाबाई नरसी स्कूल कैंपस में प्रदर्शनी
- दि इंडिया फ्रेंडशिप बोनसाई सोसायटी द्वारा आयोजित
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विलेपार्ले स्थित जमनाबाई नरसी स्कूल कैंपस में शुक्रवार को बोनसाई पेड का 22 वीं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में प्रमुख गेस्ट के तौर पर फिल्म अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह भगनानी और जैकी भगनानी उपस्थित रहे। विशेष अतिथि के रूप में जापान के काउंसिल जनरल डॉ. फकौरी याशिकाता और मुबंई मनपा उद्यान विभाग के अधीक्षक जितेंद्र परदेशी उपस्थित रहे।
इस प्रदर्शनी में 45 से 100 वर्ष के बोनसाई पेड़ों का देख लोग आनंदित हो गए। फलों से लदे इमली, जामुन और आम के बोनसाई पेड़ के अलावा विभिन्न प्रकार के पेड़ लाए गए थे।प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के 300 बोनसाई पेड़ों का रखा गया था। उर्वशी ठक्कर के बोनसाई पेड़ों की बहुत सराहना हुई। यह आयोजन दि इंडिया फ्रेंडशिप बोनसाई सोसायटी द्वारा आयोजित किया गया था। वर्षों की कड़ी मेहनत और लगन से तैयार किए गए बोनसाई पेड़ें में से कई पेड़ ऐसे थे जिनकी कीमत लाखों में थी। इस प्रदर्शनी को देखने मुंबई के अलावा अहमदाबाद, बड़ौदा, भोपाल, गोवा से भी लोग आए थे। हर्षा हिंदुजा के बोनसाई पेड़ों को भी खूब प्रशंसा की गई।
बड़े आकार वाले पेड़ जिसमें बरगद भी है छोटे आकार में तैयार करने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है। इंडिया फ्रेंडशिप बोनसाई सोसायटी के ट्रस्टी और वाइस चेयरमैन उर्वशी ठक्कर ने बताया कि उनके पास करीब 100 से अधिक बोनसाई पेड़ हैं। हर साल आयोजित होने वाले इस प्रदर्शनी को देखने बड़ी संख्या में लोग आते हैं। इस प्रदर्शनी को बोनसाई बोनांजा नाम रखा गया था।
इस प्रदर्शनी में भाग लेने वाले कई गार्डनर ऐसे हैं जो आपने बोनसाई को बेचते भी हैं। उर्वशी ठक्कर ने कहा कि उनके इमली के पेड़ की कीमत एक लाख रुपए से अधिक है। इसी तरह लाल जामुन के पेड की कीमत भी लाखों में हैं। क्योंकि इस पेड़ 45 वर्ष से अधिक पुराने हैं। उन्होंने कहा कि आईएएस अधिकारी मूलजी पटेल और उनकी पत्नी कमोबेन पटेल से उन्होंने पौधों को बोनसाई बनाना सीखा था। उनके पास से उन्हें 100 वर्ष पुराना गुलमोहर का पेड़ मिला था जो आज भी उनके पास है।