कई परियोजनाएं: मुंबई विश्वविद्यालय से ऑनलाइन पढ़ाई होगी आसान, विदेशी छात्र भी ले सकेंगे दाखिला
- जल्द ही शुरू होंने कई ऑनलाइन कोर्स
- आइडॉल का नाम बदला
- मराठवाड़ा की सिंचाई परियोजनाएं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई विश्वविद्यालय ने दूर व मुक्त अध्ययन संस्था (आयडॉल) का नाम बदलकर अब दूरस्थ व ऑनलाइन शिक्षा केंद्र (सीडीओई) कर दिया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देश के मुताबिक नाम में बदलाव किया गया है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने दूरस्थ शिक्षा के साथ बड़ी संख्या में ऑनलाइन कोर्स भी शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए थे कि वे अपने दूरस्थ शिक्षा केंद्र का नाम बदलकर सेंटर फॉर डिस्टेन्स एंड ऑनलाइन एजुकेशन करें जिसके बाद यह बदलाव किया गया है। सीडीओई के प्रभारी निदेशक डॉ संतोष राठौड ने कहा कि हम जल्द ही पाली, अंग्रेजी भाषाओं में कुछ प्रमाणपत्र और डिप्लोमा कोर्स के साथ एमएम समाजशास्त्र का पाठ्यक्रम भी ऑनलाइन शुरू करने जा रहे हैं। मुंबई विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सत्र 1971-72 में आईडॉल की शुरुआत की थी जिससे वे लोग भी पढ़ाई जारी रख सकें जो किसी वजह से नियमित महाविद्यालयों में नहीं जा पाते। पहले साल 845 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था जो साल दर साल बढ़ते रहे। देवलाली के विधायक सरोज अहिरे, पूर्व विधायक विवेक पंडित, कलाकार आदेश बांदेकर, नेशनल शूटर रुचिरा लावंड समेत कई नामचीन लोगों ने आयडॉल से पढ़ाई की है। फिलहाल पढ़ाई के लिए कुल 24 कोर्स उपलब्ध हैं। मुंबई विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रवींद्र कुलकर्णी ने कहा कि नए बदलाव के बाद अब मुंबई विश्वविद्यालय की पहुंच पूरी दुनिया तक हो गई है। सीडीओई के जरिए कई ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं जिनमें दुनियाभर के छात्र दाखिला ले सकते हैं।
पर्यटन विकास -
बुलढाणा के लोणार, छत्रपति संभाजीनगर के अजिंठा-वेरूल, अहमदनगर के कलसुबाई- भंडारदरा, नाशिक के त्र्यंबकेश्वर और कोंकण के समुद्री किनारों के किलो के पास पर्यटकों के लिए उच्च दर्ज की सुविधाएं तैयार की जाएंगी।
अमरावती में मराठी भाषा विवि- अमरावती के रिद्धपुर में मराठी भाषा विश्वविद्यालय स्थापित करने को मंजूरी दी गई है। सिंधदुर्ग के वेंगुर्ला में मंगेश पाडगांवकर कविता के गांव नाम से उपक्रम चलाया जाएगा। सरकार मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा करने के लिए विशेष प्रयास कर रही है।
मराठवाड़ा अंचल के हिस्से यह आया
छत्रपति संभाजीनगर हवाई अड्डे का विस्तार-
छत्रपति संभाजीनगर हवाई अड्डे के विस्तार के लिए भूमिअधिग्रहण पर 578 करोड़ 45 लाख रुपए निधि मंजूर की गई है। इसके अलावा अमहनदगर के शिर्डी हवाई अड्डे के अत्याधुनिक एकात्मिक टर्मिनल इमारत का काम जल्द शुरू होगा।
मराठवाड़ा की सिंचाई परियोजनाएं
मराठवाड़ा में उर्ध्व पैनगंगा, कृष्णा-मराठवाड़ा, लेंडी, जायकवाडी चरण-2, नांदूर मधमेश्वर, निम्न दुधना, विष्णुपुरी चरण-2 समेत 11 बड़ी परियोजनाओं, 8 मध्यम परियोजनाएं और 29 लघु सिंचाई परियोजनाओं का काम चल रहा है।
पिंक रिक्शा - राज्य के दस बड़े शहरों में पांच हजार महिलाओं को पिंक रिक्शा उपलब्ध कराने की योजना है।
स्वतंत्रता सैनिकों का पेंशन दोगुना
सरकार ने स्वतंत्रता सैनिकों के पेंशन को प्रति महीने 10 हजार रुपए से बढ़ाकर 20 हजार रुपए कर दिया है।
नए न्यायालय का निर्माण -
राज्य में नए 10 अतिरिक्त परिवार न्यायालय, 5 जिला व अतिरिक्त सत्र न्यायालय और 2 ग्राम न्यायालय स्थापित करने को मंजूरी दी गई है।
पुलिस भर्ती -
पुलिस सिपाही के 17 हजार 471 रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही शुरू है। जबकि 18 हजार 331 रिक्त पदों को भर दिया गया है। सरकार साइबर सुरक्षा परियोजना पर 837 करोड़ 86 लाख रुपए खर्च करेगी।
जल जीवन मिशन- हर घर नल, हर घर जल परिकल्पना के तहत ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में पीने का शुद्ध पानी जल जीवन मिशन अभियान के तहत उपलब्ध कराने की योजना है। इस योजना के तहत 1 करोड़ 46 लाख 64 हजार 382 नल कनेक्शन देने का लक्ष्य है। जिसमें से जनवरी 2024 तक 1 करोड़ 22 लाख 10 हजार 475 नल कनेक्शन दिया जा चुका है। जबकि शेष 24 लाख 53 हजार 907 नल कनेक्शन देने का काम चल रहा है।
सड़कों के किनारे लगेंगे वृक्ष- राज्य में हर साल लगभग 25 हजार किमी राज्य मार्ग और प्रमुख जिला मार्ग के दोनों तरफ वृक्ष लगाए जाएंगे।