मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करने वाले डेढ़ लाख युवा बेरोजगार

  • महाराष्ट्र पैरामेडिकल काउंसिल नहीं कर रही पंजीकरण
  • डिप्लोमा करने वाले डेढ़ लाख युवा बेरोजगार
  • मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी में किया डिप्लोमा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-31 15:14 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान। महाराष्ट्र राज्य कौशल व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण बोर्ड (एमएसबीवी) से मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा (डीएमएलटी) हासिल करने वाले डेढ़ लाख युवा बेरोजगार हैं। महाराष्ट्र पैरामेडिकल काउंसिल इन छात्रों का पंजीकरण नहीं कर रही है। रजिस्ट्रेशन न होने के कारण बेरोजगार हो गए हैं। इन्हें सरकारी और निजी अस्पतालों में सहायक लैब तकनीशियन की नौकरी नहीं मिल पा रही है। महाराष्ट्र राज्य कौशल व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण बोर्ड ने विभिन्न प्रकार के 368 पैरा मेडिकल कोर्स शुरू किए हैं।

लगभग ग्यारह साल पहले 2013 में बोर्ड ने डिप्लोमा इन मेडिकल टेक्नोलॉजी (डीएमएलटी) पाठ्यक्रम शुरू किया था। इसके एक साल बाद यानी 2014 से इस बोर्ड से डिप्लोमा करनेवाले छात्रों का रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र पैरामेडिकल काउंसिल नहीं कर रही है। तब से लेकर अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा युवा डीएमएलटी कोर्स कर चुके हैं। इसे लेकर छात्रों ने आंदोलन-प्रदर्शन किया है। महाराष्ट्र राज्य व्यवसाय शिक्षण संस्था चालक एसोसिएशन ने चिकित्सकीय शिक्षा मंत्री और महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल को पत्र लिखा है।

एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. अनिल कुर्वे ने बताया कि हमने काउंसिल को सारी बात बताई है। बावजूद इसके काउंसिल के प्रशासक सतीश नक्शिन छात्रों के पंजीकरण की समस्या को हल करने के इच्छुक नहीं हैं। प्रशासक से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल फोन दूसरे नंबर पर फॉरवर्ड बता रहा था। मोबाइल पर भेजे संदेश का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

काम कर सकते हैं यह छात्र

सरकारी प्रयोगशालाओं में तकनीशियनों के साथ-साथ ब्लड बैंकों, पैथोलॉजी लैबों, सरकारी जिला अस्पतालों, उप-जिला अस्पताल, मनपा अस्पतालों में सहायक तकनीशियनों के रूप में यह छात्र काम कर सकते हैं। सरकारी अधिसूचना की ई श्रेणी में यह पात्र भी हैं। इसलिए हर साल हजारों छात्र डीएमएलटी के लिए प्रवेश लेते हैं।

बोर्ड भी लिख चुका है पत्र

डेढ़ लाख छात्रों के रजिस्ट्रेशन को लेकर महाराष्ट्र राज्य कौशल व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण बोर्ड के संचालक योगेश सुरेश पाटील ने काउंसिल को पत्र लिखा था। काउंसिल ने 22 अगस्त को बताया कि इन छात्रों के रजिस्ट्रेशन के संदर्भ में नियम व अधिसूचना की जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

कार्यालय में नहीं मिलते प्रशासक

डॉ. कुर्वे ने कहा कि एसोसिएशन ने काउंसिल के प्रशासक सतीश नक्शिन से उनके कामा अस्पताल स्थित कार्यालय में मिलने की कई बार कोशिश की गई। लेकिन वे कार्यालय में मौजूद नहीं रहते हैं। कार्यालयीन कर्मचारियों के पास सिर्फ एक ही जवाब रहता है कि साहब वर्धा, कार्यालय में मिलेंगे।

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