फैसला: अनाथ बच्चों के आधार लिंक खाते में अब आएगा अनुदान
- महिला व बालविकास मंत्रालय का निर्णय
- क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले बालसंगोपन योजना के अंतर्गत मिलती है मदद
- अनाथ बच्चों के उत्थान के लिए सरकार की है योजना
- अनुदान में देरी की समस्या होगी समाप्त
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार की क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले बालसंगोपन योजना के तहत अनाथ बच्चों को अब नए वित्त वर्ष से सीधे आधार लिंक बैंक खाते में अनुदान मिलेगा। फिलहाल जिला महिला व बाल विकास अधिकारी के माध्यम से लाभार्थी बच्चों तक अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। राज्य के महिला व बाल विकास विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि इस योजना को पारदर्शी तरीके से लागू करने के लिए महिला व बाल विकास आयुक्तालय को सभी लाभार्थियों के बैंक खाता को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए कहा गया है। जिन लाभार्थियों का बैंक खाता नहीं होगा ऐसे लाभार्थियों का भी आधार कार्ड लिंक बैंक खाता खोलने के निर्देश दिए गए हैं। इससे राज्य में नए वित्तीय वर्ष 2024-25 यानी 1 अप्रैल से प्रति महीने लाभार्थियों को सीधे बैंक खाते में अनुदान मिल सकेगा। अधिकारी ने कहा कि अभी इस योजना की छह-छह महीने की राशि महिला व बाल विकास आयुक्तालय को दिया जाता है। इससे लाभार्थियों को कई बार देरी से अनुदान मिलता है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में अनाथ बच्चों को बालसंगोपन योजना के तहत 69 हजार 944 अनाथ बच्चों को अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। इसमें कोविडकाल के दौरान अनाथ हुए बच्चों का भी समावेश है। अनाथ बच्चों को प्रति महीने 2250 रुपए अनुदान दिया जाता है। जबकि स्वयंसेवी संस्थाओं को निगरानी के लिए प्रति बालक 250 रुपए उपलब्ध कराया जाता है।
इन अनाथ बच्चों को मिलता है लाभ
राज्य में अनाथ अथवा जिन बच्चों के अभिभावकों का पता नहीं लग रहा है ऐसे अनाथ बच्चे योजना के अनुदान के लिए पात्र होते हैं। इसके साथ ही एक अभिभावक, कुष्ठरोगी अभिभावकों के बच्चे, आजीवन सजा भुगत रहे कैदियों के बच्चे, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित अभिभावकों के बच्चे, पारिवारिक कलह के शिकार बच्चों को योजना का लाभ मिलता है।
अहमदनगर में सबसे अधिक लाभार्थी
बालसंगोपन योजना के सबसे अधिक अहमदनगर के 7892 बच्चों को मिलता है। जबकि मुंबई शहर के 710, मुंबई उपनगर के 642, ठाणे के 2088, नागपुर के 5515, अमरावती के 6314 सहित 36 जिलों के 69 हजार 944 बच्चों को योजना का लाभ मिलता है।
मुंबई जिला लाभार्थियों की संख्या
मुंबई शहर - 710
मुंबई उपनगर - 642
ठाणे - 2088
पालघर - 594
रायगड - 1045
रत्नागिरी - 710
अहमदनगर - 7892
नाशिक - 3806
नागपुर जिला लाभार्थियों की संख्या
नागपुर - 5515
अमरावती - 6314
अकोला - 2664
छत्रपति संभाजीनगर - 694
लातूर - 2182
नाशिक - 3806
वर्धा - 2430
चंद्रपुर - 3062