इंडिया के एक नहीं 13 संयोजक, शरद पवार का नाम भी शामिल
- इंडिया के 13 संयोजक
- विपक्षी गठबंधन की बैठक से पहले सामने आए मतभेद
- सीट बंटवारे पर भी रहेगा जोर
डिजिटल डेस्क, मुंबई. इंडिया के एक नहीं 13 संयोजक बनाए गए हैं, जिसमें एनसीपी पवार गुट के मुखिया शरद पवार का नाम भी शामिल है। पवार के अलावा कमेटी में दो सीएम और एक डिप्टी सीएम को भी जगह मिली है। विपक्ष के गठबंधन की 13 सदस्यीय कमेटी में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन शामिल हैं। उनके साथ ही एक डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल हैं। दो पूर्व मुख्यमंत्रियों में उमर अब्दुल्ला (एनसी) और महबूबा मुफ्ती (पीडीपी) को रखा गया है। पांच राज्यसभा सांसदों में केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), संजय राउत (शिवसेना यूबीटी), राघव चड्ढा (आप) और जावेद अली खान (एसपी) हैं। इसके अलावा लोकसभा के दो सांसद ललन सिंह (जेडीयू), अभिषेक बनर्जी (टीएमसी) को भी सदस्य बनाया गया है। डी राजा (सीपीआई) न लोकसभा और न राज्यसभा में हैं।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से मुकाबले के लिए तैयार 28 दलों के गठबंधन इंडिया की महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार को हुई। दो दिवसीय बैठक के पहले दिन देश भर से जुटे नेताओं के बीच मेल-मिलाप का दौर चला था। इस बैठक में गठबंधन के लिए संयोजक के नाम पर सहमति बनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन जिम्मेदारी 13 लोगों को सौंपी गई। बैठक के पहले दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बैठक स्थल पर अडानी समूह के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस कर जेपीसी जांच की मांग कर दी। प्रेस कांफ्रेंस से पहले राहुल गांधी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार से चर्चा की थी। पवार पहले ही राहुल की इस मांग को लेकर असहमति जता चुके थे। इस मुद्दे पर एक बार फिर कांग्रेस व राकांपा के मतभेद सामने आए। गुरुवार शाम इंडिया गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की औपचारिक बैठक हुई थी।
सोनिया और खरगे सहित 6 सीएम पहुंचे
पहले दिन की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, दिल्ली के सीएम केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान सहित छह मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के अलावा 28 दलों के 60 से ज्यादा नेता शामिल हुए। राजद चीफ लालू प्रसाद यादव ने कहा, देश की एकता और संप्रभुता मजबूत करना तथा संविधान व लोकतंत्र की रक्षा करना समय की मांग है। मोदी सरकार गरीबी, बेरोजगारी और किसानों के कल्याण के मुद्दों को सुलझाने में विफल रही है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, देश के युवा रोजगार चाहते हैं, लोग महंगाई से छुटकारा चाहते हैं, लेकिन मोदी सरकार सिर्फ एक आदमी के लिए काम कर रही है। हम देश के 140 करोड़ लोगों को विकास की ओर ले जाएंगे।
उद्धव ने दिया था डिनर
शाम की बैठक के बाद शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने डिनर की मेजबानी की। विपक्षी दलों की पहली बैठक जून में पटना में हुई थी। दूसरी बैठक जुलाई के महीने में बेंगलुरु में हुई जहां ‘इंडिया’ नाम तय हुआ था। मुंबई में यह तीसरी बैठक है।