गलती पर खेद: 85 नहीं सिर्फ 22 विद्यार्थियों को मिला करोड़ रुपए से ज्यादा सालाना वेतन का प्रस्ताव

  • आईआईटी बांबे ने कहा गलत थी पहले उपलब्ध कराई गई जानकारी
  • 85 नहीं सिर्फ 22 विद्यार्थियों को मिला प्रस्ताव
  • मिला करोड़ रुपए से ज्यादा सालाना वेतन का प्रस्ताव

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-11 10:23 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बांबे के 85 नहीं सिर्फ 22 विद्यार्थियों को एक करोड़ रुपए से ज्यादा के सालाना पैकेज का प्रस्ताव मिले हैं। बुधवार को आईआईटी बांबे ने इस मामले में पहले हुई गलती पर खेद जताते हुए यह जानकारी दी थी। इससे पहले 4 जनवरी को दावा किया गया था कि इस साल 85 विद्यार्थियों को देसी विदेशी कंपनियों से सालाना एक करोड़ रुपए से ज्यादा वेतन की नौकरी का प्रस्ताव मिला था। लेकिन अब प्लेसमेंट विभाग ने जानकारी दी है कि 1 से 20 दिसंबर के बीच प्लेसमेंट के पहले दौर में 22 विद्यार्थियों को एक करोड़ रुपए सालाना से ज्यादा वेतन के प्रस्ताव मिले हैं जिन्हें विद्यार्थियों ने स्वीकार कर लिए हैं।

एक करोड़ रुपए से ज्यादा के तीन प्रस्ताव घरेलू जबकि 19 अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों से मिले हैं। इससे पहले शैक्षणिक सत्र 2022-23 के प्लेसमेंट के पहले दौर में 16 विद्यार्थियों ने एक करोड़ रुपए से ज्यादा सालाना वेतन के प्रस्ताव स्वीकार किए थे जिनमें दो घरेलू जबकि 14 अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के थे। दोनों वर्षों के दौरान विद्यार्थियों ने विदेशों से मिले नौकरी के 63-63 प्रस्ताव स्वीकार किए थे। इस साल प्लेसमेंट के पहले दौर में 1340 विद्यार्थियों को नौकरी के प्रस्ताव मिले जिनमें से 1188 विद्यार्थियों ने स्वीकार किए हैं।

आपको बता दें आईआईटी बॉम्बे ने कई सालों से एनआईआरएफफ रैंंकिंग में टॉप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट की पोजीशन बनाई है। जिसके कारण इस टॉप लिस्ट में खासी संस्थान की खास है। पिछले साल आईआईटी बॉम्बे के पहले फेज के प्लेसमेंट सेशन में कुल 1500 छात्रों को 400 कंपनियों से जॉब ऑफर मिले थे। 25 छात्रों को 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का पैकेज ऑफर गया था। जब्कि कुछ समय पहले ये चर्चा तेज थी कि आईआईटी बॉम्बे के 85 स्टूडेंट्स को 1 करोड़ से ऊपर के पैकेज पर प्लेसमेंट मिला है।

आईआईटी-बी ने पत्र जारी कर स्पष्ट किया कि प्लेसमेंट के पहले चरण में 22 छात्रों को 1 करोड़ रुपए से अधिक वार्षिक वेतन का पैकेज मिला है। जिनमें तीन घरेलू और 19 अंतर्राष्ट्रीय ऑफर शामिल हैं।

नया पाठ्यक्रम छात्रों को पांच वर्षों में यूजी और पीजी डिग्री

इसके अलावा अब नया पाठ्यक्रम शुुरु किया जा रहा है, जिसमें छात्रों को पांच वर्षों में यूजी और पीजी डिग्री दी जा सकेगी. एक बीटेक छात्र अपने संबंधित पाठ्यक्रम के तीसरे वर्ष में यह कार्यक्रम चुन सकता है। आईआईटी बॉम्बे भी इस विषय को स्कूल स्तर पर शुरू करने योजना बना रहा है।

मुख्य संकाय विकास सहायता के अलावा अन्य संस्थानों को शिक्षाशास्त्र पाठ्यक्रम की संरचना की पेशकश करने पर भी विचार किया जा रहा है। जिसमें छोटे कार्यक्रमों से शुरुआत कर सकते हैं। इसके साथ ही केंद्र अन्य इंजीनियरिंग या प्रौद्योगिकी संस्थानों के साथ जुड़ने पर भी विचार कर रहा है. ताकि उन्हें अपने पाठ्यक्रम में क्वांटम प्रौद्योगिकियों को शामिल करने में मदद मिल सके। 

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