फैसला: शिवछत्रपति राज्य क्रीडा जीवन गौरव पुरस्कार के लिए मिलेंगे 5 लाख, घुमंतू जनजाति को मिलेगा राशन कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र भी दिए जाएंगे
- बावनुकले ने पत्र लिखकर की थी मांग
- बावनुकले ने पत्र लिखकर की थी मांग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति व ग्राहक संरक्षण विभाग ने घुमंतू और विमुक्त जनजाति के लोगों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। इसके लिए राज्य में 15 जनवरी से 14 मार्च 2024 तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिसमें राशन कार्ड से वंचित रहने वाले घुमंतू और विमुक्त जनजाति के लोग राशन कार्ड बनवा सकेंगे। खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग ने इस संबंध में सभी जिला आपूर्ति अधिकारियों को पत्र लिखा है। केंद्र सरकार के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अनुसार अंत्योदय अन्न योजना के राशन कार्ड के लिए 44 हजार रुपए और प्राथमिकता वाले परिवारों के लिए 59 हजार रुपए वार्षिक आय सीमा निर्धारित की है। इसके आधार पर विशेष अभियान में घुमंतू और विमुक्त जनजाति के परिवारों को चिन्हित करके राशन कार्ड वितरित किए जाएंगे। खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग ने नए राशन कार्ड बनाने को लेकर सभी जिलों से 28 मार्च 2024 तक रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।
मतदाता पहचान पत्र भी दिए जाएंगे
राज्य में घुमंतू और विमुक्त जनजाति लोगों को नाम मतदाता सूची में पंजीयन के लिए भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय ने सभी जिलाधिकारी तथा जिला चुनाव अधिकारियों को इस बारे में पत्र लिखा है। जिसमें मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय ने कहा कि राज्य में घुमंतू और विमुक्त जनजाति वर्ग के जिन व्यक्तियों का नाम मतदाता सूची में नहीं है ऐसे लोगों का नाम पंजीयन कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई व्यक्ति मतदाता सूची में नाम पंजीयन कराने से वंचित न रहने पाए।
बावनकुले ने पत्र लिखकर की थी मांग
इससे पहले प्रदेश भाजपा चंद्रशेखर बावनकुले ने 28 दिसंबर 2023 को राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीकांत देशपाडे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल को पत्र लिखकर घुमंतू और विमुक्त जनजाति के लोगों को राशन कार्ड और वोटर आईडी उपलब्ध कराने की मांग की थी।
शिवछत्रपति राज्य क्रीडा जीवन गौरव पुरस्कार के लिए अब मिलेंगे 5 लाख रुपए
प्रदेश सरकार ने शिवछत्रपति राज्य क्रीडा (खेल) जीवन गौरव पुरस्कार समेत कुल छह पुरस्कारों की राशि बढ़ाने का फैसला लिया है। राज्य में शिवछत्रपति राज्य क्रीडा जीवन गौरव पुरस्कार के लिए 3 लाख के बजाय अब 5 लाख रुपए दिए जाएंगे। इस पुरस्कार की राशि में दो लाख रुपए की बढ़ोतरी की गई है। राज्य के खेल विभाग ने इस बारे में शासनादेश जारी किया है। खिलाड़ियों को दिए जाने वाले शिवछत्रपति राज्य खेल पुरस्कार की राशि भी 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 3 लाख रुपए की गई है। उत्कृष्ट खेल कोच पुरस्कार के लिए 1 लाख रुपए के बजाय 3 लाख रुपए दिए जाएंगे। शिवछत्रपति राज्य साहसी खेल पुरस्कार के लिए भी 1 लाख रुपए के बजाय 3 लाख रुपए दिए जाएंगे। दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रदान किए जाने वाले शिवछत्रपति राज्य खेल पुरस्कार और जिला खेल पुरस्कार की राशि भी 1 लाख से बढ़ाकर 3 लाख रुपए किया गया है। पुरस्कारों की बढ़ाई गई राशि साल 2019-20, साल 2020-21 और साल 2021-22 के लिए घोषित पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों अथवा व्यक्तियों के लिए भी लागू रहेगी।