ब्लड बैंक: खून चाहिए-छुट्टियों के सीजन में रक्तदान में कमी, सिर्फ 12 दिनों का स्टॉक जमा
- मुंबई सहित राज्य में सिर्फ 12 दिनों का खून का स्टॉक जमा
- शहर को रोज 800 यूनिट ब्लड की पड़ती है जरूरत
- मुंबई में हैं 58 ब्लड बैंक, प्रदेश में कुल 377
डिजिटल डेस्क, मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई सहित प्रदेश में इन दिनों खून की कमी का संकट मंडरा रहा है। प्रदेश के निजी व सरकारी अस्पतालों के ब्लड बैंक में सभी ग्रुप के रक्त की कमी है। कई ब्लड बैंक में तो आलम यह है कि ब्लड स्टोर करने वाले बड़े-बड़े फ्रिज खाली पड़े हैं। उन्हें खून की तत्काल आवश्यकता है। फिलहाल ब्लड बैंकों में जितना खून जमा है उससे सिर्फ 10 से 12 दिन तक मरीजों को रक्त आपूर्ति हो सकती है। इसका एक बड़ा कारण छुट्टियों का सीजन भी है, जिसमें बहुत से लोग अपने गांव चले गए हैं, इससे रक्तदान करनेवालों की संख्या में कमी आई है।
मुंबई के 58 ब्लड बैंक सहित राज्य में कुल 377 ब्लड बैंक है। महाराष्ट्र स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल के मुताबिक राज्य के ब्लड बैंकों में 37 हजार से अधिक ब्लड यूनिट है तो वहीं मुंबई में 7500 से अधिक ब्लड यूनिट जमा है। इससे सिर्फ 10 से 12 दिनों तक ही मरीजों को ब्लड मिल सकता है।
रक्तदान में कमी अहम वजह
काउंसिल के संयुक्त निदेशक डॉ. महेंद्र केंद्रे ने बताया कि वर्तमान में गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं। इसकी वजह से कई लोग अपने गांव या शादी समारोह के लिए गए हैं। यही वजह है कि रक्तदान में भी कमी देखने को मिल रही है।
ब्लड डोनेट करने की अपील
खून की कमी के संकट को देखते हुए डॉ. केंद्रे ने आम जनता से ब्लड डोनेट करने की अपील की है। विभिन्न एनजीओ को ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि हाल ही में फरवरी में हुए 847 रक्तदान शिविर के माध्यम से 78 हजार यूनिट रक्त जमा हुए थे। इससे थोड़ी राहत मिली, लेकिन मुंबई में रोजाना 800 यूनिट की रोज जरूरत पड़ती है। इस लिहाज से सोसायटी के लोगों को अपने परिसर में छोटे-छोटे रक्तदान कैंप आयोजित करना चाहिए।
रक्ता का कहां, कितना यूनिट स्टॉक
पालघर- 107
धाराशिव- 141
अकोला- 239
रत्नागिरी- 371
नांदेड़- 394
जालना- 429
अमरावती- 509
धुले- 518
जलगांव- 530
लातूर-885
रायगड- 905
सिंधुदुर्ग- 1,027
नासिक-1,953
सांगली-2,060
नागपुर- 2,070
सोलापुर-2,091
कोल्हापुर- 2,272
ठाणे- 2,533
मुंबई- 7,661