परेशानी: मनपा की मानसून पूर्व तैयारी पर लापरवाही का ग्रहण, जलभराव से बचाने की कवायद को झटका
- मनपा ने नाला सफाई ठेकेदारों पर लगाया 30 लाख 83 हजार रुपए जुर्माना
- वडाला पूर्व में सड़क पर बहते गटर के पानी में चलने को मजबूर लोग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शहर में मानसून पूर्व मनपा नदी-नालों और गटर की सफाई कराती है। जिससे भारी बारिश के दौरान शहर में जलभराव न हो। लेकिन इस साल नाला सफाई को ठेकेदारों की लापरवाही का ग्रहण लग गया है। इसको देखते हुए मनपा प्रशासन ने लापरवाही बरतने वाले 31 ठेकेदारों पर 30 लाख 83 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। उसके बाद भी कई इलाकों में नाला सफाई नहीं किए जाने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं वडाला पूर्व के भारतीय कमला नगर में नाला सफाई नहीं किए जाने से गटर का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। लोगों को इसी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। वहीं, मनपा प्रशासन ने बताया कि मानसून पूर्व के कार्यों के तहत मुंबई महानगर के छोटे-बड़े नालों से गाद निकालने का काम तेजी से चल रहा है। इस साल मानसून से पहले कुल 10 लाख 21 हजार 782 मीट्रिक टन गाद निकाली जा चुकी है। जिसमें से 6 लाख 23 हजार 631 मीट्रिक टन यानी लक्ष्य का 61.03 फीसदी हिस्सा हटा लिया गया है।
लापरवाही और गलतियां आई सामने
15 मार्च 2024 से 29 अप्रैल 2024 तक की अवधि में बड़े नाले से गाद हटाने के काम में 31 स्थानों पर लापरवाही और कमियां सामने आई हैं। जिसके लिए लापरवाही बरतनेवाले ठेकेदारों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की गई है और इन अलग-अलग ठेकेदारों पर कुल 30 लाख 83 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। मुंबई शहर विभाग के 12 ठेकेदारों से 19 लाख 75 हजार रुपए, पूर्वी उपनगर के 10 ठेकेदारों से 7 लाख 20 हजार रुपए और पश्चिमी उपनगर के 9 ठेकेदारों से 3 लाख 88 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। अधिकारी के अनुसार 27 अप्रैल को निरीक्षण के दौरान गोवंडी में डंपिंग ग्राउंड के पास नाले से कीचड़ हटाने का काम शुरू नहीं करने पर ठेकेदार डीबी इंफ्रास्ट्रक्चर पर 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इसी तरह एफ-उत्तर विभाग वडाला पूर्व के भारतीय कमला नगर और दीनबंधु नगर के नालों की अब तक सफाई नहीं की गई है। यहां गटर का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। आम लोगों के साथ आदर्श हिंदी एंव अंग्रेजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को भी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है।
अभिजीत बांगर, अतिरिक्त आयुक्त मनपा (परियोजना) के मुताबिक माइनर नालों की सफाई वार्ड की तरफ से नियुक्त किए गए ठेकेदारों द्वारा की जाती है। जहां भी सफाई से संबंधित शिकायतें प्राप्त होंगी उन पर कार्रवाई की जाएगी।