योजना: दो महीने में बदलेगी मुंबई की तस्वीर, स्लम सफाई के लिए ठेकेदारों की होगी नियुक्ति

  • 6 हजार कैमरों से गंदगी करनेवालों पर नजर
  • बीएमसी की एसओपी तैयार, जल्द निकलेगा टेंडर
  • स्वच्छ मुंबई के लिए मनपा की बड़ी योजना

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-21 15:58 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई, ओमप्रकाश तिवारी। शहर की सफाई के लिए मुंबई मनपा कई योजनाओं पर काम कर रही है। इसमें ठोस कचरा व्यवस्थापन आदि पर वर्ष 2023-24 के बीच 4,710.25 करोड़ खर्च करने की योजना है। मुंबई के नालों में जमा कचरे की सफाई पर बीएमसी प्रतिवर्ष 286 करोड़ रुपए खर्च करती है। इसके बाद भी मुंबई को गंदगी से निजात नहीं मिल पाई है। मुख्यमंत्री के आदेश पर तीन सप्ताह पहले मुंबई में ‘डीप क्लीनिंग अभियान’ शुरू किया है। इसी तर्ज पर मनपा ने शहर को स्वच्छ रखने के लिए एक एसओपी तैयार किया है। जिसके अंतर्गत 15 दिन में टेंडर जारी किया जाएगा। मनपा अतिरिक्त आयुक्त डॉ. सुधाकर शिंदे ने बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन से दो महीने के भीतर मुंबई की तस्वीर बदल जाएगी।

अधिकारी ने कहा कि मुंबई की स्वच्छता पर गहराई के साथ फोकस नहीं किया गया था। इससे पहले कचरा जमा करने के लिए स्वच्छ प्रबोधन योजना शुरु की गई थी वह भी कारगर नहीं रही। मुंबई की सफाई के लिए अब तक कोई मैकेनिज्म नहीं था। इस कारण मुंबई की गंदगी को दूर नहीं किया जा सका। अब डीप क्लीनिंग अभियान के तहत गहन सफाई हो रही है। मनपा इसके पहले कचरा जमा करने और सफाई के लिए सामाजिक संस्थाओं को काम देती थी, जिनके काम से संतुष्ट नहीं है। इसलिए अब गुवणत्ता पर ध्यान रखते हुए निजी ठेकेदारों को काम दिया जाएगा।

घर-घर होगा कचरा कलेक्शन

झोपड़पटिटयों में सबसे अधिक गंदगी रहती है। लोगों में जागरूकता की कमी इसका मुख्य कारण है। बीएमसी मुंबई के स्लम में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए निजी ठेकेदारों की नियुक्त करने जा रही है। इस ठेकेदार को पूरे इलाके, सड़कों, गलियों की सफाई, ड्रेनेज की सफाई, टॉयलेट की सफाई के अलावा, घर-घर कचरा जमाकर उसे अलग करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। ठेकेदार को राजनीतिक हस्तक्षेप से दूर रखा जाएगा।

क्लीनअप मार्शल की नियुक्ति, सीसीटीवी से नजर

बीएमसी नालों में कचरा फेंके जाने से रोकने के लिए 500 क्लीनअप मार्शल की नियुक्ति करने जा रही है। जनवरी 2024 से शहर के विभिन्न हिस्सों में क्लीनअप मार्शल तैनात कर दिए जाएंगे। इसके अलावा मुंबई में लगाए गए 6,000 सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। इससे नाले में कचरा फेंकने में भी कमी आएगी। नालों में कचरा फेंकने से पूरे मुंबई के नालों की पानी निकासी बंद हो जाती है। इससे मानसून के समय जलजमाव की स्थिति बन जाती है। अब इन सबसे छुटकारा मिलेगा।

स्पेशल ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार

मनपा ने कचरा प्रबंधन को लेकर स्पेशल ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) तैयार किया है। इसके तहत कहीं भी कचरा फेंकने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इससे कचरे से फैलने वाली बीमारियों को भी नियंत्रित किया जा सकेगा। इस एसओपी में टाईम फ्रिक्वेंसी, क्वालिटी मेंटेन करने पर जोर दिया जाएगा।

डॉ सुधाकर शिंदे, अतिरिक्त आयुक्त मनपा के मुताबिक सफाई के प्रति हम गंभीर हैं। हमने सफाई के लिए विशेष मैकेनिज्म तैयार किया है। मुंबई में 40 हजार सफाई कर्मचारी काम करते हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुंबई की सफाई को लेकर बहुत गंभीर हैं। हमें उम्मीद है कि अगले दो महीने में मुंबई की तस्वीर बदल जाएगी।


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