Mumbai News: जानिए महाराष्ट्र के किन 7 सरकारी मेडिकल कॉलेज को ऑर्गन ट्रांसप्लांट की मिली मंजूरी
- अंगदाता से संबंधित सभी खर्च सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्व-पंजीकृत खाते से भुगतान करने के लिए डीन को अनुमति
- अंग दान और प्रत्यारोपण प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए 25 सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए 50 प्रत्यारोपण समन्वयक की नियुक्ति
Mumbai News : मुंबई, पुणे, छत्रपति संभाजीनगर, अकोला, यवतमाल, नागपुर और लातूर के सात सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अंग प्रत्यारोपण केंद्र और 18 सरकारी मेडिकल कॉलेज में अंग पुनर्प्राप्ति केंद्र (एनटीओआरसी) स्थापित किया जाएगा।
- अंगदाता से संबंधित सभी खर्च सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्व-पंजीकृत खाते से भुगतान करने के लिए डीन को अनुमति।
- अंगदान की प्रक्रिया पूरी होने पर डोनर के परिजनों को घर भेजने के लिए खर्च जेडटीसीसी के मार्फ़त किये जाने को मंजूरी।
- मरीज के ब्रेन डेड घोषित होने पर उसके परिजनों के रहने की व्यवस्था सरकारी गेस्ट हाउस में की जाएगी। इसके लिए जिला अधिकारी नोडल अफसर की नियुक्ति करें।
- अंग दान और प्रत्यारोपण प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए 25 सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए 50 प्रत्यारोपण समन्वयक की नियुक्ति
- अंगदाता का सम्मान हो इसके लिए हर जिले जिलाधिकारी अपने कार्यालयीन परिसर में ऑर्गन डोनर मेमरी दीवार का निर्माण कर उस दीवार पर जिले के अंगदाता का नाम उल्लेख करें।
- गणतंत्र दिवस पर अंग दाताओं को सम्मानित करने के लिए अंग दाता के परिवार को प्रशस्ति पत्र के माध्यम से सम्मानित किया जाए।
- अंगदाता को राजकीय सम्मान के साथ विदाई देने के संदर्भमें निर्णय लेने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने की मंजूरी दी गई है।
- स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविका, आशा सेविका, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य सेवक को अंग दान और स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित वार्षिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए रोटो-सोटो संगठन के साथ समन्वय
- शहरी विकास विभाग और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग अपने अधिकार क्षेत्र के अस्पतालों और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए क्रिटिकल केयर विभाग, नॉन ट्रांसप्लांट ऑर्गन रिट्रीवल सेंटर (एनटीओआरसी) केंद्र की स्थापना के संबंध में आवश्यक निर्णय लेंगे और वित्त के परामर्श से कार्रवाई करेंगे।
अंगदान को बढ़ावा और प्रत्यारोपण अधिक से अधिक करने के लिए प्रदेश के 25 मेडिकल कॉलेज में शुरू होंगे क्रिटिकल केयर विभाग
राज्य में अंगदान और अंग प्रत्यारोपण को बढ़ावा देने के लिए राज्य के चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा बनाई गई नीति को सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी दी गई है। इसके तहत चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग के अंतर्गत अस्पतालों में अंग दान और अंग प्रत्यारोपण के लिए एक समर्पित क्रिटिकल केयर विभाग शुरू किया जाएगा। साथ ही क्रिटिकल केयर में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करना और उसके लिए राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार 25 सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए 25 प्रोफेसर,25 एसोसिएट प्रोफेसर, 50असिस्टेंट प्रोफेसर, 50 सीनियर रेजिडेंट,ऐसे कुल मिलाकर 150 पदे निर्माण करने की मंजूरी दी गयी है। जिन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में क्रिटिकल केयर पाठ्यक्रम शुरू करना संभव नहीं है वहां क्रिटिकल केयर में 12 महीने की फेलोशिप शुरू करने की मंजूरी दे दी गई है।