Mumbai News: ग्रीन इलेक्शन की अनूठी पहल, मतदान के नाम पर लगाओ एक-एक पेड़
- ड्यूटी के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी जुटे हैं केंद्रीय चुनाव निरीक्षक डाॅ. हीरालाल
- आदर्श ग्राम के मानद मार्गदर्शक
- चुनाव में होनेवाले कार्बन उत्सर्जन को खत्म करने के लिए ग्रीन इलेक्शन की पहल
Mumbai News : लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव भी ईको फ्रेंडली कराने चुनाव आयोग की मुहिम को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय चुनाव निरीक्षक डॉ. हीरालाल ने बुधवार को ग्रीन इलेक्शन की पहल की है। इस पहल के तहत उन्होंने लोगों से मतदान के नाम एक पेड़ लगाने की अपील की है। इस अपील के साथ ही उन्होंने लोगों से प्लास्टिक की जगह बायोडिग्रेडेबल, रिसाइक्लिंग सहित पर्यावरण पूरक चीजों का इस्तेमाल करने का आह्वान किया है। अणुशक्ति नगर और चेंबूर विधानसभा क्षेत्र के लिए आईएएस अधिकारी डॉ. हीरालाल को बतौर केंद्रीय चुनाव निरीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। डॉ. हीरालाल उत्तर प्रदेश सरकार में जल संसाधन विभाग के विशेष सचिव होने के साथ-साथ ग्रेटर शारदा सहायक कमांड क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और प्रशासक भी हैं। लोकसभा चुनाव में निरीक्षक के रूप में डाॅ. लाल ने पंजाब के आनंदपुर साहिब लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में ग्रीन इलेक्शन की मुहिम चलाई थी। यह मुहिम इस लोकसभा क्षेत्र के अधीन आनेवाले 9 विधानसभा क्षेत्र और 4 जिलों में चलाई गई थी। इस मुहिम को वहां सकारात्मक प्रतिसाद मिला था। इसे देखते हुए डॉ. हीरालाल ने मुंबई के अणुशक्ति नगर और चेंबूर विधानसभा क्षेत्र में भी ग्रीन इलेक्शन मुहिम चलाई है।
इसलिए जरूरी है ग्रीन इलेक्शन मुहिम
डॉ. हीरालाल ने बताया कि चुनाव के समय जगह-जगह बैनर, होर्डिंग, पोस्टर, कट आउट, प्लास्टिक से बनी सामग्री और डिस्पोजल वस्तुओं का भारी उपयोग होता है। चुनाव के बाद ये सभी वस्तुएं बेकार हो जाती हैं। ये सभी वस्तुएं किसी न किसी प्रकार से पर्यावरण को नुकसान ही पहुंचाएंगी। इसके अलावा चुनाव के समय ज्यादा से ज्यादा वाहनों का इस्तेमाल होता है। इससे बड़े प्रमाण पर कार्बन डाइऑक्साइड वायु मंडल में उत्सर्जित होता है। पेड़ों के जरिये इस कार्बन उत्सर्जन को खत्म किया जा सकता है। इसलिए लोग मतदान के एक दिन पहले या मतदान के दिन एक पेड़ जरूर लगाएं।
प्लास्टिक का उपयोग न करें: डॉ. हीरालाल ने बुधवार को लोगों से प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल न करने की अपील भी की है। उन्होंने प्लास्टिक की जगह बायो डिग्रेडेबल चीजों, रीयूज और रिसाइकलिंग होने वाली वस्तुओं के इस्तेमाल करने पर जोर दिया है।
आदर्श ग्राम के मानद मार्गदर्शक
डॉ. हीरालाल वर्तमान में मॉडल विलेज के मानद मार्गदर्शक भी हैं। बांदा के जिलाधिकारी के रूप में उन्होंने जिन विकास प्रयोगों को लोकप्रिय बनाया, उनके आधार पर उनकी अवधारणा एक आदर्श गांव की है। जलवायु परिवर्तन पर उनका काम उल्लेखनीय रहा है और जलवायु परिवर्तन के लिए एक्शन लीडर के रूप में डॉ. हीरालाल ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए किफायती और आसानी से लागू होने वाले समाधान विकसित किए हैं।