Mumbai News: देवेंद्र फडणवीस का वादा - महाराष्ट्र सरकार एक करोड़ महिलाओं को बनाएगी लखपति
- सरकार ने इस योजना के लिए 33 हजार करोड़ रुपये अलग रखे हैं- शिंदे
- डीसीएम देवेंद्र फडणवीस का बहनों से बड़ा वादा
- सरकार एक करोड़ महिलाओं को बनाएगी लखपति
- राकांपा (अजित) के मौजूदा विधायकों का नहीं काटा जाएगा टिकट
Mumbai News: राज्य की बहनों के जीवन में खुशहाली आए, इसी भावना के साथ 'मुख्यमंत्री मेरी लाड़ली बहन योजना' लागू की गयी है। राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए यह क्रांतिकारी कदम उठाया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुलढाणा में योजना के प्रचार एवं प्रसार के कार्यक्रम में कहा कि सरकार ने इस योजना को निरंतर चलाने के लिए पर्याप्त वित्तीय प्रावधान किया है और आगे भी हम पीछे नहीं हटेंगे। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए इस योजना को व्यापक रूप से और तेजी से लागू किया गया है। शिंदे ने कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार ने इस योजना के लिए 33 हजार करोड़ रुपये अलग रखे हैं और हम इस योजना की राशि को बढ़ाते रहेंगे। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा हमारा लक्ष्य राज्य की एक करोड़ महिलाओं को लखपति बनाना है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को आर्थिक विकास की धारा में लाने के लिए लखपति दीदी जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं। हम प्रदेश में भी 1 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने के लिए दृढ संकल्पित हैं। राज्य में लाड़ली बहन योजना, एसटी बस यात्रा किराए में छूट, मुफ्त शिक्षा, लाडले भाइयों के लिए युवा प्रशिक्षण योजना, किसानों को मुफ्त बिजली, फसल बीमा योजना और सौर ऊर्जा जैसी विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि लाड़ली बहन योजना ने राज्य की महिलाओं को आर्थिक आजादी दी है। इससे ग्रामीण महाराष्ट्र की महिलाओं को आर्थिक सम्मान मिल रहा है। इस योजना के तहत मिलने वाली राशि के कारण महिलाओं में आत्मविश्वास आया है और वे छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित हुई हैं। राज्य सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं।
राकांपा (अजित) के मौजूदा विधायकों का नहीं काटा जाएगा टिकट
उधर राकांपा (अजित) के मौजूदा विधायकों के लिए पार्टी ने एक खुशखबरी दी है। बुधवार रात उपमुख्यमंत्री एवं राकांपा (अजित) अध्यक्ष अजित पवार के घर पर हुई विधायकों की बैठक में फैसला लिया गया कि पार्टी के मौजूदा विधायकों का आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं काटा जाएगा। दरअसल पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि महायुति के तीनों ही दलों में उन विधायकों का पत्ता कट सकता है जिनका परफॉर्मेंस अच्छा नहीं है। लेकिन पार्टी अध्यक्ष अजित पवार ने अपने विधायकों को साफ कर दिया है कि किसी भी मौजूदा विधायक का टिकट नहीं काटा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि बुधवार रात अजित पवार के घर पर हुई बैठक में पार्टी के विधायकों ने तय किया कि महायुति में सीटों के बंटवारे पर भाजपा और शिवसेना (शिंदे) से कोई समझौता नहीं करना है। इस बैठक में शामिल हुए एक विधायक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इस समय हमारे पास 45 विधायकों से ज्यादा का समर्थन है। इसलिए हमें महायुति में सीट बंटवारे के दौरान 70 सीटों की मांग करनी चाहिए। बैठक में फैसला भी यही हुआ कि अब अजित गुट महायुति की बैठक में 70 सीटों की मांग करेगा। इसके साथ ही बैठक में यह भी तय हुआ कि पार्टी के जो मौजूदा विधायक हैं उनके टिकट न काटे जाएं। दरअसल इसके पीछे की वजह ज्यादातर विधायकों ने बताई कि अगर किसी मौजूदा विधायक का टिकट काटा जाता है तो इससे पार्टी में अजित पर अपने विधायकों का साथ नहीं देने का गलत संदेश जा सकता है। खबर है कि महायुति में सीटों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के बीच चर्चाओं का दौर जारी है। संभावना जताई जा रही है कि इस महीने के आखिर तक युति के तीनों ही दलों में सीटों का बटवारा लगभग तय हो जाएगा और अगले महीने की शुरुआत में पितृपक्ष के बाद अजित गुट आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकता है।