Mumbai News: अब राज्य में हेलिकॉप्टर एंबुलेंस की सुविधा होगी उपलब्ध, समुद्र-सड़क सभी जगह मिलेगी सेवा
- मार्च से नए कलेवर के साथ मरीजों के लिए उपलब्ध होगी सुविधा
- समुद्र-सड़क सभी जगह मिलेगी महाराष्ट्र सरकार की एमईएमएस 108 की 5जी एंबुलेंस सेवा
- पुणे में होगा आपातकालीन केंद्र
Mumbai News : अब प्रदेश के लोग आपात स्थिति में हेलिकॉप्टर एंबुलेंस की सुविधा पा सकेंगे। शुरुआत में तीन हेलिकॉप्टर एंबुलेंस उपलब्ध होंगे। यह सेवा महाराष्ट्र सरकार की आपातकालीन चिकित्सा सेवा (एमईएमएस) 108 के तहत उपलब्ध कराई जाएगी। जो बिल्कुल मुफ्त होगी। इस सुविधा के अलावा लोगों के लिए समुद्र से लेकर सड़कों तक आधुनिक तकनीक से लैस एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध होगी। पहले चरण में 300 से अधिक सड़क एंबुलेंस और 5 बोट एंबुलेंस उपलब्ध होंगी। इसकी शुरुआत नए वर्ष में मार्च महीने से होगी। राज्य सरकार ने एमईएमएस परियोजना के तहत 108 एंबुलेंस को अपग्रेड करने का निर्णय लिया था। इसके तहत निजी-सार्वजनिक साझेदारी के आधार पर सरकार सुमित फैसिलिटीज लिमिटेड, भारत और स्पेन की एसएसजी ट्रांसपोर्ट सैनिटारियो एसएल के माध्यम से आधुनिक तकनीक से लैस 108 एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करा रही है। वर्तमान में 108 सेवा की 937 एंबुलेंस मुंबई सहित राज्य के शहरी और ग्रामीण इलाकों में कार्यन्वित है। लेकिन नई साझेदारी के अनुसार 1 हजार 756 नई एंबुलेंस लाई जाएंगी। एसएसजी के सीईओ सुमित सालुंखे ने बताया कि 1,756 एंबुलेंस में 255 एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस, 1,274 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस, बच्चों के लिए 36 विशेष एंबुलेंस, 166 मोटरसाइकिल एंबुलेंस, 10 सी बोट एंबुलेंस और 15 रिवर बोट एंबुलेंस शामिल हैं। इन सभी एंबुलेंस को पांच चरणों में कार्यान्वित जाएगा। पहले चरण के तहत मार्च में 300 से 400 नई एंबुलेंस सेवा में लाई जाएंगी। जिसमें पांच समुद्री बोट एंबुलेंस शामिल होगी। इसके बाद दूसरे चरण में एयर एंबुलेंस सेवा के मिलने की उम्मीद है। इस परियोजना की लागत 1500 करोड़ रुपएके लगभग होगी। इसमें राज्य सरकार की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत होगी।
पुणे में होगा आपातकालीन प्रतिसाद केंद्र
मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए पुणे में एक आपातकालीन प्रतिसाद केंद्र शुरू किया गया है। यह केंद्र 24 घंटे शुरू रहेगा। इस केंद्र में मौजूद विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ मरीज को प्राथमिक इलाज उपलब्ध कराने में एंबुलेंस में मौजूद डॉक्टरों की मदद करेंगे। 5जी तकनीक से लैस एंबुलेंस में मरीजों के इलाज से संबंधित 25 से अधिक उपकरण होंगे।
20 मिनट में उपलब्ध होगी सेवा
किसी व्यक्ति के आपातकालीन प्रतिसाद केंद्र से संपर्क करने के 20 से 30 मिनट में एंबुलेंस सेवा उपलब्ध हो जाएगी। इसके अलावा, मरीज की हालत गंभीर होने पर एंबुलेंस से पहले मोटरसाइकिल एंबुलेंस मौके पर पहुंच जाएगी और प्राथमिक उपचार देकर मरीज को स्थिर करने का प्रयास करेगी।