बड़ा कदम: अयोध्या में बनेगी पैगम्बर मोहम्मद साहब के नाम मस्जिद - मुंबई से दी गई पहली ईंट

  • मस्जिद के साथ बनेगा कैंसर अस्पताल और कॉलेज
  • सुप्रीम कोर्ट द्वारा आवंटित जमीन पर होगा निर्माण
  • मस्जिद के निर्माण को लेकर एक बैठक का आयोजन

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-12 15:25 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान. अयोध्या में मस्जिद के निर्माण के लिए आखिरकार कवायद शुरूहो गई है। इस प्रस्तावित मस्जिद का निर्माण अयोध्या से 25 किमी दूर धन्नीपुर में किया जाएगा। यह मस्जिद सुप्रीम कोर्ट द्वारा आवंटित जमीन पर किया जाएगा। इस मस्जिद के निर्माण के लिए सबसे पहली ईंट मुंबई से दी गई है। यह ईंट गुरुवार को उत्तरप्रदेश के सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जफर अहमद फारूकी को सौंपी गई है। देश की सभी मस्जिदों के संगठन ऑल इंडिया राबता-ए-मस्जिद (एआईआरएम) ने प्रस्तावित मस्जिद का नाम पैगंबर के नाम पर 'मुहम्मद बिन अब्दुल्ला मस्जिद' रखने का फैसला किया है।

बांद्रा के रंग शारदा सभागृह में गुरुवार को एआईआरएम की ओर से अयोध्या में मस्जिद के निर्माण को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया था। इसका आयोजन मुफ़्ती हुजैफा ने किया था जिसमें देश के सभी सूफी, उलेमा, धार्मिक विद्वान, डॉक्टर आदि लोग मौजूद थे। मस्जिद के निर्माण के लिए पहल करनेवाले भाजपा के नेता और राज्य के पूर्व अल्पसंख्यक आयोग हाजी अराफात शेख ने बताया कि इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन इंडिया, सलामती पीर दर्जा ट्रस्ट और सुन्नी वक्फ बोर्ड ऑफ इंडिया की अगुवाई में इस मस्जिद का निर्माण होगा। हाजी अरफात शेख ने कहा कि नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आवंटित जगह पर बनने वाली नई मस्जिद भारत की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक मस्जिद होगी। इसे ताजमहल से ज्यादा खूबसूरत बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गयी 5 एकड़ जमीन मस्जिद और अन्य संसाधनों के निर्माण में कम पड़ेगी। इसके लिए और 6 एकड़ जमीन खरीदी जाएगी जो बाद में वक्फ बोर्ड को हस्तांतरित कर दी जाएगी।

इस तरह होगी मस्जिद

इस मस्जिद का डिजाइन आर्किटेक्ट इमरान शेख ने किया है। बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर सहित तीन मंजिला इमारत होगी मस्जिद। इस मस्जिद की नींव इस्लाम के पांच बुनियादी चीजों पर रखा जाएगा। इसके अलावा मस्जिद में पांच मीनार और पांच द्वार होंगे। हर एक मीनार की ऊंचाई 340 फ़ीट होगी। इसके अलावा केसरी रंग का कुरान यहां स्थापित किया जाएगा जो 21 फुट ऊंचा और 36 फुट चौड़ा होगा।

कैंसर अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान और मैटरनिटी होम होंगे

हाजी अराफात ने बताया कि इस मस्जिद के परिसर में ही कैंसर अस्पताल बनाने के अलावा मेडिकल कॉलेज, लॉ कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज बनाया जाएगा। कैंसर अस्पताल का निर्माण वॉकहार्ट अस्पताल द्वारा किया जाएगा। अस्पताल के संस्थापक चैयरमैन हाबिल खोराकीवाला ने बताया कि कैंसर अस्पताल चैरिटेबल होगा। यहां गरीबों को मुफ्त उपचार देने की भी सुविधा होगी। इसके अलावा यहां एक मैटरनिटी होम होगा जहां महिलाओं का इलाज मुफ्त में होगा। इस मैटरनिटी होम को पैगम्बर मोहम्मद साहब की दाई का नाम दिया जाएगा। लड़कियों के लिए अलग से कॉलेज होगा जिसे पैगम्बर मोहम्मद साहब की मां आमिना का नाम दिया जाएगा।

अन्य विशेषताएं

- एक समय में मस्जिद में 5 हजार पुरुष और 4 हजार महिलाएं नमाज पढ़ सकते है।

- मस्जिद के हर प्रवेश द्वार को पैगम्बर मोहम्मद साहब और उनके अनुयायियों नाम दिया गया है।

- दुबई की तर्ज पर मस्जिद के वजुखाने में मछलियों का संग्रहालय होगा।

- मस्जिद का निर्माण आधुनिक लाइट होगी जो सूरज उगते साथ शुरू होगी और सूरज डूबते साथ बंद हो जाएगी।।

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