मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश करने की मोदी सरकार की योजना- नाना पटोले
- भगवान श्रीराम की तरह भाजपा सच नहीं बोलती
- सत्ता ले लिए कुछ भी कर सकती है
डिजिटल डेस्क, मुंबई. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पटोले ने कहा कि मोदी सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का जो विशेष सत्र बुलाया है उसका एजेंडा अभी तक विपक्ष को नहीं दिया है। ऐसा लगता है कि केंद्र ने संसद का विशेष सत्र देश को बांटने के लिए बुलाया है। पटोले ने कहा कि मोदी सरकार की योजना मुंबई को महाराष्ट्र से अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की है।
पटोले ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट, नोटबंदी और मणिपुर में हुई हिंसा के दौरान संसद का विशेष सत्र नहीं बुलाया। लेकिन अब देश को बांटने के लिए विशेष सत्र बुलाया गया है। पटोले ने कहा कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शहर है एवं देश की आर्थिक राजधानी है। पिछले कुछ समय से मोदी सरकार मुंबई के सभी प्रमुख उपक्रमों को गुजरात स्थानांतरित करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि मुंबई का सबसे बड़ा हीरा व्यापार गुजरात स्थानांतरित हो गया है, जबकि एयर इंडिया का मुख्यालय भी मुंबई से बाहर चला गया है। अब मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को गुजरात ले जाने की योजना है। पटोले ने कहा कि भगवान श्रीराम की तरह भाजपा सच नहीं बोलती और सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती है।
पटोले ने राज्य की शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से उनके और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार आई है तभी से मुंबई और महाराष्ट्र की बड़ी परियोजनाओं पर गुजरातियों ने कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि इसका विरोध करने की हिम्मत न तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे में है और न ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस में। राज्य सरकार को इस संबंध में केंद्र से अपना विरोध जताना चाहिए।