प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के पंजीकरण में महाराष्ट्र नंबर वन
- एक करोड़ 50 लाख किसानों ने पंजीकरण किया
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- पंजीकरण में महाराष्ट्र नंबर वन
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के लिए पंजीकरण कराने के मामले में महाराष्ट्र ने बाजी मारी है। इस साल 31 जुलाई तक राज्य में अभी तक सबसे ज्यादा एक करोड़ 50 लाख किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए पंजीकरण किया है। महाराष्ट्र इस योजना का लाभ उठाने के लिए पंजीकरण दर्ज करने वाला देश में पहला राज्य बन गया है।
पुरानी योजना के अनुसार, राज्य के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रीमियम लगभग 2.5 प्रतिशत भुगतान करना पड़ता था, जबकि राज्य और केंद्र की सरकार दोनों आधा-आधा प्रीमियम भरते थे। लेकिन इस साल मार्च में बजट सत्र में राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं तत्कालीन वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बजट पेश करते समय घोषणा की थी कि राज्य के किसान इस योजना के लिए एक रुपए के प्रीमियम में इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। फडणवीस की घोषणा के बाद राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर किसानों में उत्साह देखने को मिला और यही कारण रहा कि इस साल जुलाई के आखिर तक सबसे ज्यादा पंजीकरण करने वाला राज्य महाराष्ट्र बन गया। राज्य कृषि विभाग के एक अधिकारी ने दैनिक भास्कर को बताया कि किसानों की मांग पर ही इस योजना की तारीख बढ़ाई गई थी, जिसके बाद इस योजना से वंचित रहे किसान भी इसका लाभ ले सके।
99 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि का बीमा कराया
राज्य सरकार ने बजट सत्र में जब राज्य के किसानों के लिए एक रुपए में फसल बीमा योजना की घोषणा की थी, तो उस समय सरकार की तिजोरी पर 3 हजार 312 करोड़ रुपए के अतिरिक्त भार का अनुमान लगाया गया था। अभी तक राज्य के डेढ़ करोड़ किसान इस योजना के लिए आवेदन पंजीकृत कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने खरीफ की फसल के लिए 99 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि का बीमा कराया है। इस योजना के लॉन्च होने के बाद से और अत्यधिक सब्सिडी देने वाले प्रीमियम राज्य के चलते महाराष्ट्र सूची में सबसे ऊपर है। खरीफ की फसल के लिए साल 2022 के लिए राज्य के 43 लाख 56 हजार किसानों ने 96 लाख 62 हजार आवेदन पंजीकृत किए थे, जबकि साल 2021 में 36 लाख 7 हजार किसानों ने 84 लाख 7 हजार आवेदन ही पंजीकृत किए थे।
2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की थी, जिसमें किसानों को फसल के नुकसान के बाद भरपाई देने की बात कही थी। इसके तहत किसान की फसल को बुवाई से कटाई तक अगर कुछ हानि होती है, तो संबंधित बीमा कंपनी किसान को उसका मुआवजा देती है।