लालू बोले - मैंने भी मोदी के झांसे में आकर खाता खुलवा लिया
- "इंडिया' बैठक के नजारे
- बैगर कुछ बोले मंच से उठ कर चलते बने अखिलेश यादव
- पटना से लिया सबक, पहले कर दी स्थिति साफ
डिजिटल डेस्क, मुंबई. झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आए आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एक बार फिर राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। अपने अलग अंदाज वाले भाषण के लिए मशहूर लालू मुंबई में आयोजित विपक्षी गठबंधन "इंडिया' की प्रेस कांफ्रेस में अपने पुराने अंदाज में नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सूर्य ग्रह पर भेजने की इच्छा जताई तो भ्रष्टाचार पर भी बोले। बात दीगर है कि वे खुद भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता हैं।
लालू ने कहा कि मोदी की पार्टी को छोड़ कर सभी नेता यहां है। अभी तक हम एक नहीं थे। उसका खामियाजा देश को भोगना पड़ा। इस देश के अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं। टमाटर में कोई स्वाद नहीं है तब पर भी इतना भाव। लालू ने कहा कि मोदी स्विस बैंक का पैसा देश में लाकर सबको 15-15 लाख रुपए देने वाले थे। लोगों के साथ हम भी झांसे में आ गए और पूरे परिवार का खाता खुलवा लिया। हमने पशुपालन में वह भ्रष्टाचार नही किया जो नरेंदर मोदी कर रहे। ये लोग सभी नेताओं को ईडी सीबीआई में फंसा रहे हैं पर हम डरने वाले नहीं हैं। मेरी बेटी ने मुझे किडनी दान दी है। मेरा पांच बार ऑपरेशन हो चुका है। पर हौसला मजबूत है। मोदी जी को हटा कर दम लूंगा। मैने सदन में मोदी की गिरफ्तारी के लिए हंगामा किया। अटल जी नेता थे। उसके जैसा नेता नही देखा। अब सीट बंटवारा शुरू होगा। इसमें कोई परेशानी नहीं होगी।
बैगर कुछ बोले मंच से उठ कर चलते बने अखिलेश यादव
महानगर के पंचसितारा होटल में सपन्नविपक्षी गठबंधनइंडिया की बैठक के समापन के बाद शुक्रवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस का संचालन कर रहे शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राऊत ने कहा कि ममता दीदी और अखिलेश याजव की फ्लाईट थी इस लिए वे दोनों चले गए हैं। जिस समय राऊत यह बात कह रहे थे अखिलेश मंच पर बैठे थे। लोगों ने राऊत का ध्यान इस तरफ दिलाया तो वे झेंप गए। प्रेस कांफ्रेस शुरु होने के कुछ समय बाद अखिलेश बगैर बोले मंच से उतरे और चल दिए।
पटना से लिया सबक, पहले कर दी स्थिति साफ
प्रेस कांफ्रेंस शुरू होने से पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने साफ कर दिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी 28 दलों के नेता मौजूद नहीं रहेंगे। कुछ लोगों की फ्लाइट थी, इस लिए वे चले गए हैं। इस बारे में सवाल उठाने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि पटना बैठक के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के गैरमौजूद पर सवाल उठाए गए थे।
प्रेस कांफ्रेंस में सवाल-जवाब नहीं
बैठक के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेस में बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी पहुंचे थे। मुंबई के अलावा दिल्ली के भी पत्रकार पहुंचे थे पर विपक्षी दलों की इस प्रेस कांफ्रेस में पत्रकारों को सवाल पूछने का मौका ही नहीं दिया गया। प्रेस कांफ्रेस कम पब्लिक रैली में गठबंधन के प्रमुख नेताओं के भाषण के बाद संचालन कर रहे सांसद संजय राऊत ने साफ कर दिया कि सवाल-जवाब सेशन नहीं है। उसके बाद सभी नेता उठ कर चलते बने। तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपना भाषण तमिल में दिया। उनके तमिल में भाषण के दौरान मंच पर बैठ नेताओं के बीच कानाफूसी शुरु हो गई। क्योंकि उनकी बाते किसी के पल्ले नहीं पड़ रही थी।