लोकसभा चुनाव 2024: एनडीए छोड़ महा आघाडी के साथ जा सकते हैं महादेव जानकर, पवार को बारामती में चाहिए साथ
- शरद पवार को बारामती में चाहिए जानकर का साथ
- रासपा को माढा सीट देने को तैयार आघाडी के नेता
- जानकर को बारामती में मिले थे 4 लाख 51 हजार वोट
डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार। लोकसभा चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक बिसात बिछनी शुरु हो गई है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दल राष्ट्रीय समाज पक्ष (रासपा) के अध्यक्ष महादेव जानकर एनडीए छोड़ कर महा विकास आघाडी के साथ जा सकते हैं। अजित पवार की बगावत के बाद बारामती का गढ़ बचाने के लिए शरद पवार को जानकर की जरुरत है। इसके एवज में महा विकास आघाड़ी जानकर को लोकसभा की माढा सीट देने को तैयार है। जबकि भाजपा की तरफ से उन्हें कोई प्रतिसाद नहीं मिल रहा है। बारामती निर्वाचन क्षेत्र में सबसे बड़ी संख्या धनगर समाज के मतदाताओं की है। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री जानकर धनगर समाज के बड़े नेता हैं। पवार ने जानकर से माढ़ा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए पेशकश की है।
गुरुवार को जानकर ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मेरी श्री पवार से दस दिन पहले माढ़ा सीट को लेकर बात हो चुकी है। जानकर माढ़ा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं। लेकिन उन्होंने रासपा के लिए मराठवाड़ा अंचल की परभणी लोकसभा सीट भी मांगी है। जानकर माढ़ा और परभणी दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। परभणी सीट फिलहाल शिवसेना (उद्धव) के पास है। शिवसेना (उद्धव) के पक्ष प्रमुख तथा पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे परभणी सीट रासपा के लिए छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। इसी कारण जानकर का महाविकास आघाड़ी का हिस्सा बनने का पेंच फंसा हुआ है। जानकर ने कहा कि राकांपा के मुखिया पवार माढ़ा सीट रासपा को छोड़ने के लिए तैयार हैं। हमने उनसे परभणी सीट भी देने की मांग की है। लेकिन उद्धव जी परभणी सीट देने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में हम महाविकास आघाड़ी में कैसे शामिल हो सकते हैं?
जानकर ने कहा कि यदि शिवसेना (उद्धव) परभणी सीट रासपा को नहीं देगी तो हम राज्य में केवल राकांपा (शरद) की मदद करेंगे। जानकर ने कहा कि अगर महाविकास आघाड़ी से रासपा की बात नहीं बनेगी तब भी मैं माढ़ा और परभणी दोनों लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ूंगा। जानकर ने बताया कि वे साल 2009 के लोकसभा चुनाव में माढ़ा सीट पर राकांपा अध्यक्ष पवार के खिलाफ बैगर किसी गठबंधन के लड़ चुके हैं। जिसमें मुझे 98 हजार 946 वोट मिले थे। माढ़ा सीट पर पिछले तीन लोकसभा चुनावों में राकांपा दो बार और एक बार भाजपा ने जीत हासिल की है।
जानकर को बारामती में मिले थे 4 लाख 51 हजार वोट
साल 2014 में बारामती सीट पर जानकर ने भाजपा से गठबंधन करके राकांपा उम्मीदवार सुप्रिया सुले के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था। जिसमें जानकर को 4 लाख 51 हजार 843 वोट मिले थे। जबकि राकांपा उम्मीदवार सुप्रिया ने 5 लाख 21 हजार 562 वोट हासिल किया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सुप्रिया ने भाजपा की उम्मीदवार कांचन कुल से 1 लाख 55 हजार 774 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। लेकिन उपमुख्यमंत्री अजित पवार की बगावत के बाद अब साल 2024 का लोकसभा चुनाव सुप्रिया के लिए मुश्किल हो सकता है। क्योंकि इस बार उनका मुकाबला अपनी भाभी ( अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार) से हो सकता है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सुप्रिया के खिलाफ राकांपा (अजित) का उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है। इससे समझा रहा है कि राकांपा प्रमुख पवार बारामती सीट पर धनगर समाज के वोटरों को अपने पाले में करने के लिए जानकर की मदद लेना चाहते हैं।
साल 2019 के लोस चुनाव में माढ़ा सीट की स्थिति
प्रमुख दल उम्मीदवार मिले वोट
भाजपा रणजीतसिंह नाईक-निंबालकर 5,86,314
राकांपा संजय शिंदे 5,00550
वीबीए विजय मोरे 51,532
साल 2014 के लोस चुनाव में माढ़ा सीट की स्थिति
प्रमुख दल उम्मीदवार वोट
राकांपा विजयसिंह मोहिते- पाटील 4,89,989
शेतकरी स्वाभिमान पक्ष सदाभाऊ खोत 4,64,645
निर्दलीय प्रतापसिंह मोहिते- पाटील 25,187
साल 2009 के लोस चुनाव में माढ़ा सीट की स्थिति
प्रमुख दल उम्मीदवार मिले वोट
राकांपा शरद पवार 5,30,596
भाजपा सुभाष देशमुख 2,16,137
रासपा महादेव जानकर 98,946