मराठा आरक्षण: जरांगे-पाटील के तेवर ढीले पड़े, 3 मार्च तक आंदोलन स्थगित - जारी रहेगा अनशन
- जालना से जरांगे-पाटील को आघाडी बनाए संयुक्त उम्मीदवार: वीबीए
- ओबीसी कोटे से आरक्षण के लिए जारी रहेगा अनशन
- फडणवीस पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आरक्षण को लेकर पिछले कई महीनों से आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे-पाटील के तेवर ढीले पड़ते दिखाई दे रहे हैं। मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने जरांगे-पाटील के आंदोलन के मामले में एसआईटी जांच के आदेश दिए थे, इसके बाद अब उन्होंने मराठा आंदोलन को 3 मार्च तक के लिए स्थगित करने का ऐलान किया है। बुधवार को मीडिया से बातचीत में जरांगे-पाटील ने कहा कि राज्य में बोर्ड की परीक्षाओं के चलते उन्होंने आंदोलन को 3 मार्च तक के लिए स्थगित किया है। लेकिन उनका अनशन जारी रहेगा।
उधर वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) ने जरांगे-पाटील को जालना से आघाडी का संयुक्त उम्मीदवार बनाने की मांग की है। जरांगे-पाटील ने भले ही आंदोलन को 3 मार्च तक स्थगित कर दिया है लेकिन उनका कहना है कि राज्य सरकार ने मराठाओं को जो 10 प्रतिशत आरक्षण दिया है, उसे वो स्वीकार नहीं करेंगे। जिन लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण चाहिए उन्हें ले लेना चाहिए, लेकिन हमें ओबीसी के कोटे से ही आरक्षण चाहिए।
फडणवीस पर साधा निशाना
जरांगे ने उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा कि फडणवीस सांप्रदायिक नफरत पाल रहे हैं। वह मराठाओं को बंदूक दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीब मराठाओं ने मतदान किया, जिसके चलते आपके नेताओं ने आपको इतना बड़ा बनाया है। जरांगे-पाटील ने आंदोलन कर रहे मराठाओं से अपील की कि आपको शांति के साथ अनशन करना है।
जरांगे-पाटील के लिए टिकट
महाविकास आघाडी के तीन दल कांग्रेस, राकांपा (शरद) और शिवसेना (उद्धव) से वीबीए ने जालना लोकसभा सीट से मनोज जरांगे-पाटील को उम्मीदवार बनाने की मांग की है। वीबीए प्रवक्ता धैर्यवर्धन पुंडकर का कहना है कि हमने आघाडी के नेताओं के सामने प्रस्ताव रखा है, जिसमें जरांगे को जालना से संयुक्त रूप से चुनाव लड़ाने की मांग की है। हालांकि अभी तक आघाडी के नेताओं की अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।