रणनीति: महाराष्ट्र से लोकसभा चुनाव प्रचार की जल्द शुरुआत कर सकता है इंडिया गठबंधन
- शरद पवार ने कसी कमर, 15 फरवरी से बारामती दौरा शुरू करेंगे
- आघाडी में सीटों के बंटवारे से पहले उद्धव ने तय किए दो नाम
- कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ जारी किया ‘ब्लैक पेपर’
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राष्ट्रीय स्तर पर भले ही "इंडिया" गठबंधन बिखर चुका हो लेकिन महाराष्ट्र में आघाडी गठबंधन एक जुट दिख रहा है। भले ही महाविकास आघाडी के दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ हो लेकिन सूत्रों का कहना है कि इंडिया गठबंधन आगामी लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत मुंबई से कर सकता है। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने "दैनिक भास्कर" से बातचीत में कहा कि इसी महीने के आखिर में इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव का शंखनाद मुंबई से कर सकता है। सभा के लिए फिलहाल मुंबई में जगह की तलाश चल रही है। महाविकास आघाडी में सीटों के बंटवारे को लेकर आघाडी के तीनों मुख्य दल कांग्रेस, राकांपा (शरद) और शिवसेना (उद्धव) सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा कर रहे हैं। पिछली बैठक में वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर भी शामिल हुए थे। जिन्होंने गठबंधन के सामने सीटों के बंटवारे से पहले कई शर्तें रखी थीं। जिन पर आघाडी के दल आपस में चर्चा कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का कहना है कि कांग्रेस राज्य में सभी छोटे दलों को एक साथ लेकर चलने की रणनीति पर काम कर रही है। पटोले ने कहा कि हमने आपस में आंबेडकर की शर्तों पर बातचीत की है, जिन पर अगली बैठक में हल निकाला जाएगा। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि फरवरी के आखिर में इंडिया गठबंधन ने आगामी लोकसभा चुनाव का श्रीगणेश करने का कार्यक्रम तय कर लिया है। इसके लिए मुंबई में एक बड़ी सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें इंडिया गठबंधन के सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे।
पार्टी छिनने के बाद 15 फरवरी से शरद पवार का बारामती दौरा
पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह अजित पवार के पास जाने के बाद अब शरद पवार ने आगामी लोकसभा चुनाव की हुंकार भरने की तैयारी कर ली है। शरद पवार 15 फरवरी से बारामती के तीन दिन के दौरे पर जा रहे हैं। पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह छिनने के बाद पवार का यह पहला दौरा है, जिसमें वो पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जाकर चुनाव आयोग के फैसले पर बातचीत करेंगे। खबर है कि शरद पवार के इस दौरे पर पार्टी के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे।
आघाडी में सीटों के बंटवारे से पहले उद्धव ने तय किए दो नाम
महाविकास आघाडी में भले ही सीटों का बंटवारा नहीं हुआ हो, लेकिन शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य की दो लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम लगभग तय कर लिए हैं। सूत्रों का कहना है कि ईशान्य मुंबई सीट से संजय दिना पाटील और बुलढाणा लोकसभा सीट से नरेंद्र खेडेकर को चुनाव की तैयारी में जुट जाने का आदेश मातोश्री से मिल गया है। यही कारण है कि यह दोनों नेता पिछले कुछ दिनों से अपने-अपने क्षेत्र में चुनावी तैयारी में लग गए हैं।
रविंद्र वायकर को धमका रही है ईडी- संजय राऊत
शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर विधायक रविंद्र वायकर को धमकाने का आरोप लगाया है। राऊत ने सोशल मीडिया 'एक्स' के जरिए कहा है कि वायकर पर पिछले कुछ दिनों से ईडी और जांच एजेंसियों के माध्यम से भारी दबाव बनाया जा रहा है। उन्हें शिवसेना छोड़ने और जेल भेजने की धमकी दी जा रही है। यह एक तरह से आतंकवाद है। देश में ऐसी राजनीति पहले कभी नहीं हुई है। वायकर एक निष्ठावान शिवसैनिक हैं जो किसी भी धमकी या दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। वहीं शिंदे गुट के नेता दावा कर रहे हैं कि बहुत जल्द उद्धव का एक और विधायक शिंदे गुट में शामिल हो सकता है।
कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ जारी किया ‘ब्लैक पेपर’
उधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार की 10 साल की विफलताओं को उजागर करते हुए ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया। ‘10 साल, अन्याय काल’ नाम से जारी इस ब्लैक पेपर में आर्थिक अन्याय, सामाजिक अन्याय, राजनीतिक अन्याय का जिक्र करते हुए महंगाई, बिगड़ती अर्थव्यवस्था, नोटबंदी, जीएसटी, सार्वजनिक क्षेत्र की उपेक्षा, किसान संकट्र एससी एसटी ओबीसी और महिलाओं पर अत्याचार, जातिगत गणना, चीनी घुसपैठ जैसे मुद्दों को लेकर पिछले 10 वर्ष में मोदी सरकार की विफलताओं का उल्लेख किया गया है। ब्लैक पेपर में भाजपा पर धनबल से चुनी हुई सरकारों को गिराने, जांच एजेंसियों के दुरूपयोग और संघवाद को कमजोर करने के आरोप भी लगाए गए हैं। ब्लैक पेपर जारी करने के बाद खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जब भी संसद में अपनी बात रखते हैं तो अपनी असफलताओं को छिपाते हैं।वे बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की स्थिति पर नहीं बोलते हैं। चुनाव से पहले मोदी ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने, किसानों की आय दोगुनी करने जैसी गारंटियां दी थी, जिन्हें पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि तीन काले कानूनों के खिलाफ किसान एक साल तक धरने पर बैठे रहे, लेकिन सरकार ने इनकी चिंता नहीं की। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ईडी, सीबीआई और केन्द्रीय जांच एजेंसियों के जरिए लोगों को धमकाकर पैसा लिया जा रहा है। इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिले पैसे के इस्तेमाल से लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है।