राज्य सरकार: शीतकालीन सत्र में दस दिन चल सकता है सदन का कामकाज
- नागपुर में 7 दिसंबर से शुरू होगा अधिवेशन
- पिछले छह साल में अधिकतम दस दिनों तक ही हुआ है कामकाज
डिजिटल डेस्क, मुंबई । महाराष्ट्र विधान मंडल के नागपुर में होने वाले शीतकालीन अधिवेशन में सदन का कामकाज दस दिनों तक चल सकता है। विधानमंडल सचिवालय ने शीत सत्र के कामकाज के लिए अस्थायी कार्यक्रम तय किया है। इसके मुताबिक नागपुर में शीत सत्र की शुरुआत 7 दिसंबर से होगी। जबकि सत्रावसान 20 दिसंबर को होगा। सत्र के दौरान 14 दिनों में से दस दिन सदन का कामकाज चलेगा, जबकि चार दिन छुट्टी रहेगी।
विधानमंडल सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल शीत सत्र के कामकाज के लिए अस्थायी टाइम टेबल तय किया गया है। आगामी समय में शीत सत्र को लेकर विधान मंडल के दोनों सदनों के कामकाज सलाहकार समिति की बैठक होगी। जिसमें शीत सत्र की अवधि और कामकाज की रूप रेखा के बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा। इस बीच विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने ‘दैनिक भास्कर' से बातचीत में कहा कि शीत सत्र कम से कम तीन सप्ताह का होना चाहिए। दानवे ने कहा कि पिछले कई सालों में शीत सत्र की अवधि लगातार कम होती जा रही है। इसलिए हम चाहते हैं कि सदन अधिक से अधिक दिनों से चले। जिससे किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों सहित समाज के हर वर्ग को न्याय मिल सके। इससे पहले साल 2022 में शिंदे सरकार के समय नागपुर 19 से 30 दिसंबर के बीच हुआ था। जिसमें दस दिनों तक सदन की कार्यवाही चली थी।
किस साल कितने दिन चला शीत सत्र
साल शीतकालीन सत्र की अवधि
2022 - 10
2021 - 5
2020 - 2
2019 - 6
2018 - 8
2017 - 10