महाराष्ट्र का बजट: महाराष्ट्र में महिलाओं को हर महीने 1500 कैश, गरीब परिवार को साल में 3 मुफ्त सिलेंडर
- किसानों को 5000 रुपए प्रति हेक्टेयर बोनस
- महिलाओं को हर महीने 1500 कैश
- गरीब परिवार को साल में 3 मुफ्त सिलेंडर
डिजिटल डेस्क, मुंबई. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने शुक्रवार को राज्य का बजट पेश किया। इसमें महिलाओं और किसानों के लिए कई योजनाओं का ऐलान किया गया है। किसानों के बिजली बिल बकाया माफ करने से लेकर उन्हें खेती के लिए 5000 रुपए बोनस देने और महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए ट्रांसफर करने की योजना शामिल हैं। मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे में पेट्रोल की कीमतों में 65 पैसे की कमी की जाएगी। मुंबई क्षेत्र के लिए डीजल पर कर 24% से घटाकर 21% किया जा रहा है, जिससे डीजल की कीमत में प्रति लीटर 2 रुपए की कमी आएगी।
राज्य में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। फिलहाल राज्य में बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा की सरकार है। इसका कार्यकाल 8 नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है। ऐसे में अक्टूबर 2024 में चुनाव होने की संभावना है। उससे तीन महीने पहले राज्य सरकार इन योजनाओं को लेकर आई है।
बजट की प्रमुख घोषणाएं
किसानों के लिए
सभी किसानों को कपास और सोयाबीन की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर 5000 रुपए का बोनस।
दुग्ध किसानों को 1 जुलाई 2024 के बाद भी पांच रुपए प्रति लीटर बोनस।
जानवरों के हमले में मारे गए किसानों के परिजन को 20 की जगह 25 लाख रुपए की मदद।
राज्य के 44 लाख किसानों को बिजली का बिजली का बकाया बिल माफ किया जाएगा।
प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान के लिए जुलाई, 2022 से 15 हजार 245 करोड़ 76 लाख रुपए की मदद।
नवंबर-दिसंबर, 2023 में बेमौसम बारिश से प्रभावित 24 लाख 47 हजार किसानों को 2 हजार 253 करोड़ रुपए की मदद।
महिलाओं-परिवारों के लिए
साल में तीन गैस सिलेंडर मुफ्त। 52 लाख 16 हजार 412 परिवार इस योजना के लाभार्थी होंगे।
मुख्यमंत्री माझी लाड़की बहन योजना के तहत 21 से 60 साल की सभी महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए।
17 शहरों में 10 हजार महिलाओं को पिंक ई-रिक्शा खरीदने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी।
अन्य पिछड़े वर्गों और कमजोर वर्गों की लड़कियों को शिक्षा शुल्क और परीक्षा शुल्क में 100% सब्सिडी मिलेगी।
महिला लघु उद्यमियों को 15 लाख रुपए तक का ऋण ब्याज चुकाने की सुविधा दी जाएगी।
वारकरी समुदाय के लिए...
पंढरपुर की वारी को विश्व धरोहर नामांकित करने के लिए यूनेस्को को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
पंढरपुर की वारी में जाने वाले मुख्य पालकी की प्रत्येक डिंडी को 20 हजार रुपए।
'निर्मल वारी' के लिए 36 करोड़ 71 लाख रुपए का फंड।