जनता समर्थन नहीं देती तो मोदीजी प्रधानमंत्री कहां से बन पाते- गडकरी

  • केंद्रीय मंत्री बोले- पूंजी निवेश को प्रोत्साहन देना मोदी का अर्थशास्त्र
  • ऑटोमोबाइल उद्योग क्षेत्र में भारत पहले स्थान पर होगा
  • दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे को सी लिंक से जोड़ेंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-23 15:01 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यदि देश की जनता ने समर्थन नहीं दिया होता तो नरेंद्र मोदीजी प्रधानमंत्री कहां से बन पाते। उन्होंने कहा कि मोदी का अर्थशास्त्र पूंजी निवेश को प्रोत्साहन देना है। इससे विकास परियोजनाओं को गति मिल रही है। शुक्रवार को गडकरी ने भाजपा के मोदी @9 अभियान के तहत वरली में आयोजित गोलमेज चर्चा में हिस्सा लिया। इस चर्चा में आर्थिक जगह सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 9 सालों में देश भर में जो विकास काम किया है। उसका श्रेय मोदीजी को नहीं है, मुझे भी नहीं है और भाजपा के किसी नेता को नहीं है। सही मायनों में इसका श्रेय देश की जनता का है। अगर जनता ने मुझे जिताया नहीं होता तो मैं सांसद नहीं बन पाता और मुंबई सहित दूसरे क्षेत्रों से भाजपा के सांसद निर्वाचित नहीं हो पाते, तो मोदीजी कहां से प्रधानमंत्री बन पाते। गडकरी ने कहा कि देश में जनता ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जो बदलाव किया। केंद्र में सरकार परिवर्तन करके जो विश्वास और समर्थन जताया। इससे देश में बदलाव हुआ है। अभी तक जो कुछ बदलाव हुआ है। वो ट्रेलर था, असली फिल्म शुरु होना अभी बाकी है। गडकरी ने कहा कि देश में 60 सालों तक कांग्रेस की सरकार रही है। मोदी सरकार ने 9 साल पूरे किए हैं। लेकिन 60 सालों में कांग्रेस की आर्थिक नीतियों के कारण जितना काम नहीं हो सका। उससे कई गुना ज्यादा काम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने करके दिखा दिया है। गडकरी ने कहा कि मोदी के अर्थशास्त्र के चलते ही सागरमाला परियोजना के लिए केवल 900 करोड़ रुपए का बजट होने के बाद भी 9 लाख करोड़ रुपए का काम हो चुका है। मैंने अपने मंत्रालय में 9 साल में 50 लाख करोड़ रुपए का काम किया है। एक भी काम में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।

ऑटोमोबाइल उद्योग क्षेत्र में भारत पहले स्थान पर होगा

गडकरी ने कहा कि अगले पांच सालों में ऑटोमोबाइल उद्योग के क्षेत्र में भारत पहले स्थान पर होगा। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीने में भारत ने जापना को पछाड़ करके चौथे से तीसरे स्थान पहुंचा है। अब अगले पांच सालों में भारत ऑटोमोबाइल उत्पादन के क्षेत्र में पूरे विश्व में पहले स्थान पर होगा। गडकरी ने कहा कि देश में ऑटोमोबाइल उद्योग का आकार 7.5 लाख करोड़ रुपए का है। इस उद्योग से 4.50 करोड़ युवाओं को रोजगार मिला है। अब मैंने ऑटोमोबाइल उद्योग का आकार बढ़ाकर 15 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।

दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे को सी लिंक से जोड़ेंगे

गडकरी ने कहा कि दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे और वरली-बांद्रा सी लिंक को जोड़ने के लिए ब्रिज बनाने की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए एक लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे। लेकिन मैं सी लिंक को दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस हाइवे को जोड़ने के लिए ब्रिज का निर्माण करूंगा। इससे दिल्ली से सीधे नरिमन पाइंट तक पहुंचा जा सकेगा।

किसान तैयार करेंगे बिटुमेन

गडकरी ने कहा कि देश में 80 लाख टन बिटुमेन की जरूरत पड़ती है। जिसमें से 50 लाख टन बिटुमेन भारतीय रिफाइनरी उपलब्ध कराती है। 30 लाख टन बिटुमेन का आयात करना पड़ता है। यह 30 लाख टन बिटुमेन अब देश के किसान तैयार करेंगे। हम किसानों से बिटुमेन लेकर सड़क के निर्माण के लिए इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि इथेनॉल के कारण उत्तर प्रदेश के गन्ना उत्पादक किसानों का भुगतान किया जा सका। आने वाले समय में बायो ईंधन का क्षेत्र 2 लाख करोड़ रुपए का होगा।

माहिम चर्च की चौक सबसे प्रदूषित

गडकरी ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार देश में माहिम चर्च की चौक का इलाका सबसे प्रदूषित है। यदि मुंबई में बेस्ट की इलेक्ट्रिक की बसें चलेंगी तो प्रदूषण कम हो सकेगा। इलेक्ट्रिक बेस्ट बसों के परिचालन से किराया भी कम हो सकेगा।

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