ओबीसी-मराठा आरक्षण विवाद: सरकार और राकांपा को मुश्किल हो तो मेरा इस्तीफा तैयार है - छगन भुजबल
- मुख्यमंत्री और राकांपा (अजित) को दे दी है जानकारी
- जरांगे पाटील मेरा इस्तीफा मांगनेवाले कौन हैं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। ओबीसी आरक्षण को लेकर प्रदेश के खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल का अपनी ही राज्य सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख बरकरार है। भुजबल ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मेरी पार्टी राकांपा (अजित) कहेगी तो मैं कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दुंगा। मैंने मुख्यमंत्री और राकांपा (अजित) को इस संबंध में सूचित कर दिया है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में भुजबल ने कहा कि मेरा इस्तीफा मांगने वाले मनोज जरांगे पाटील कौन हैं? अगर मुख्यमंत्री इस्तीफा मांगेंगे तो मैं त्याग पत्र दे दूंगा।
मैं येवला सीट से जीतूंगा
भुजबल ने कहा कि मुझे जरांगे पाटील ने नाशिक की येवला सीट से साल 2024 का विधानसभा चुनाव जीतने की चुनौती दी है और मैं साल 2024 में विधानसभा चुनाव जीतूंगा। यह पत्थर की लकीर है। यदि जरांगे पाटील ने मुझे हराने की कोशिश की तो मैं उनके कितने लोगों को हराउंगा इसका हिसाब जरांगे पाटील पहले लगा लें। भुजबल ने कहा कि एक टोली के आगे सरकार का झुकना उचित नहीं है। जरांगे पाटील रात को दो बजे तक सभाएं और बैठकें कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें नहीं रोकती है। मंत्रालय के लोग सो गए हैं क्या? मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इसका जवाब देना चाहिए कि पुलिस इतनी ढील क्यों दे रही है? दूसरी ओर हमारी सभाओं को रात 10 बजते ही बंद कर दी जाती है।