(शिंदे गुट) के विधायक की चेतावनी: नाशिक की नांदगांव तहसील में सूखा घोषित नहीं किया तो सरकार के खिलाफ अदालत में जाऊंगा
सत्तारूढ़ शिवसेना (शिंदे) के विधायक सुहास कांदे ने दी चेतावनी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में सत्तारूढ़ शिवसेना (शिंदे) और भाजपा के विधायकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र की तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित न किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई है। शिवसेना (शिंदे) के विधायक सुहास कांदे ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ बाम्बे हाईकोर्ट में जाने की चेतावनी दी है। गुरूवार को कांदे ने ‘दैनिक भास्कर' से कहा कि नाशिक की नांदगांव तहसील में कम बारिश होने के कारण सूखा पड़ा है। फिर भी नांदगांव तहसील में सूखा घोषित नहीं किया गया है। इसलिए मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करके नांदगांव तहसील में सूखा घोषित करने की मांग की है। मुझे उम्मीद है कि सरकार नांदगांव तहसील में सूखा घोषित करेगी। यदि ऐसा नहीं होता है तो मैं राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में जाऊंगा। जबकि भाजपा विधायक राहुल आहेर ने चांदवड तहसील में सूखा घोषित करने की मांग की है।
आहेर ने कहा कि सरकार को कृषि विभाग और राजस्व विभाग से चांदवड और देवला तहसील की वास्विक स्थिति की जानकारी हासिल करे। यदि सरकार ने दोनों तहसीलों में सूखा घोषित नहीं किया तो मैं आंदोलन करूंगा। इससे पहले सरकार ने बीते 31 अक्टूबर को 15 जिलों की 40 तहसीलों में सूखाग्रस्त घोषित किया है। जिसमें पश्चिम महाराष्ट्र के पांच जिलों की 13 तहसीलों का समावेश है। नाशिक में प्रदेश के खाद्य व आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल के निर्वाचन क्षेत्र की येवला तहसील को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। लेकिन नांदगांव, चांदवड और देवला तहसील को सूखाग्रस्त तहसीलों की सूची में शामिल नहीं किया गया है।